यंगवार्ता न्यूज़ - संगडाह 22-09-2023
सिरमौर जिला के संगड़ाह पुलिस थाना के अंतर्गत आने वाले गांव पोलोइला में 2 दिन पहले दबाए गए महज अढ़ाई महीने के शिशु का शव निकाले जाने का अपनी तरह का पहला मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। शुक्रवार को शिशु को कब्र से निकाले जाने के दौरान पालर पंचायत के इस गांव के काफी लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे। मायके वालों व स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार 2 दिन पहले संगड़ाह सीएचसी में इलाज के दौरान शिशु को मृत घोषित किया था।
इसकी सूचना उन्होंने फोन पर शिकायतकर्ता पिता को देने की भी बात कही। मायके वालों के अनुसार उन्होंने एसडीएम व पुलिस अधिकारियों को बच्चे का संगड़ाह के अलावा नाहन व चंडीगढ़ के सरकारी अस्पतालों में इलाज चलने के दस्तावेज दिखाते हुए बीमारी से उसकी मौत होने की बात भी बताई थी। जानकारी के अनुसार मौत के दूसरे दिन गुरुवार को शिशु के पिता सोलन जिला के कोटला गांव के 33 वर्षीय देवेंद्र कश्यप पुत्र हेमाराज ने पुलिस थाना संगड़ाह में मायके वालों द्वारा बच्चे को मारने की आशंका संबंधी शिकायत दर्ज करवाई थी।
एसडीएम संगड़ाह सुनील कायथ के अनुसार नियमानुसार मामले की जांच व पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को शिशु का शव निकालने की अनुमति दी गई। गुरुवार को सूर्यास्त के चलते शव नहीं निकाला जा सका और शुक्रवार को उक्त कार्रवाई की गई। संगड़ाह अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्य अधिकारी ने इसे पोस्टमार्टम के लिए नाहन मेडिकल कॉलेज रेफर किया। कल शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के असली कारणों का पता लग पाएगा। उसके बाद ही पुलिस की जांच आगे बढ़ेगी। सोलन के देवेंद्र व संगड़ाह उपमंडल के पोलोइला गांव की उनकी पूनम के साथ शादी हुई थी , बताते है कि कुछ दिनों के बाद दोनों लड़ाई होती रहती थी।
जिसके चलते झगड़े के बाद पूनम काफी अरसे से अपने मायके में रह रही थी। बताया जा रहा है कि पूनम द्वारा उस पर खर्चे व घरेलू हिंसा संबंधी मामला दर्ज करवाया गया है। देवेंद्र के अनुसार वह शूलिनी विश्वविद्यालय में काम करता हैं और बिना उसकी मर्जी के मायके में रह रही पूनम पर उसने भी केस किया है। मायके वालों से फोन पर बच्चे की मौत की सूचना मिलते के बाद उन्होंने पुलिस थाना संगड़ाह पहुंचकर हत्या की आशंका संबंधी शिकायत दर्ज करवाई।
उधर पूनम व उनके मायके वालों ने बच्चे का संगड़ाह के अलावा नाहन व चंडीगढ़ के सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाए जाने संबंधी दस्तावेज मीडिया को भी जारी किए। उनका कहना है कि उन्होंने पुलिस व एसडीएम को भी उक्त दस्तावेज दिखाए। मगर इसके बावजूद बीमारी से बच्चे के मरने पर उन्हें यकीन नहीं किया। इलाके में अस्पताल में मृत बताए गए शिशु को कब्र से निकाले जाने का यह पहला मामला बताया जा रहा है। पोस्टमार्टम अथवा एफएसएल रिपोर्ट सामने आने के बाद मामले की जांच आगे बढ़ेगी।
डीएसपी संगड़ाह मुकेश कुमार डडवाल ने कहा कि एसडीएम अथवा उपमंडल मजिस्ट्रेट की अनुमति से आज शव निकाला जा चुका है। उन्होंने कहा कि शनिवार को मेडिकल कॉलेज नाहन में इसका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। उधर बीएमओ संगड़ाह डॉ. अतुल भारद्वाज ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसलिए वह फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं देना चाहते। उधर पुलिस ने बच्चे की मौत अस्पताल में होने संबंधी पुष्टि अब तक नहीं की है।