आपदा के प्रति जागरूकता में छात्रों की भूमिका अहम : उपायुक्त
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आपदा जोखिम न्यूनीकरण समर्थ के 14 वें संस्करण के तहत बचत भवन में सुरक्षित निर्माण माॅडल प्रतियोगिता का आयोजन किया
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 06-10-2024
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आपदा जोखिम न्यूनीकरण समर्थ के 14 वें संस्करण के तहत बचत भवन में सुरक्षित निर्माण माॅडल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उपायुक्त ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि माॅडल प्रतियोगिता में हर बच्चे का माॅडल बेहतरीन रहा।
बच्चों को आपदा के विषयों में मूलभूत ज्ञान पर अच्छी पकड़ है। इससे साबित होता है कि बच्चे आपदा को लेकर काफी जागरूक हो रहे है। उन्होंने कहा कि आपदा के प्रति जागरूकता अभियान में स्कूली बच्चों की भूमिका अब काफी अहम होती जा रही है। हमारे बच्चे आपदा प्रबंधन को बखूबी जानते है और साथ ही अपने आसपास के लोगों को भी आपदा प्रबंधन के बारे में बता रहे है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की माॅडल प्रतियोगिता जिला स्तर पर पहली बार आयोजित की गई है। भविष्य में इसी तरह की प्रतियोगिता खंड स्तर पर भी आयोजित की जाएगी ताकि बच्चों को अधिक से अधिक प्रतियोगिता में शामिल करवाते हुए आपदा के प्रति जागरूक करवाया जाए। हमारा प्रयास रहेगा कि बच्चों को माॅडल बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की दिशा में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा भविष्य में प्रभावी कदम उठाए जाये।
उपायुक्त ने कहा कि आपदा एक प्राकृतिक या मानव निर्मित जोखिम का प्रभाव है जो समाज या पर्यावरण को प्रभावित करता है। आपदा प्रबंधन का मतलब है, आपदाओं के प्रभाव को कम करने के लिए तैयारियां करना, प्रतिक्रिया देना, और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए संसाधनों और जिम्मेदारियों का प्रबंधन करना। आपदा प्रबंधन के जरिए, आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि गत वर्ष हिमाचल प्रदेश में आपदा के कारण भारी नुक्सान हुआ था। वहीं इस वर्ष रामपुर के समेज में भी आपदा के कारण कई जाने चली गई और करोड़ों का नुक्सान हुआ है। आपदा प्रबंधन से आम जनता को जागरूक करने के लिए प्रयास किया जाता है ताकि आपदा के दौरान सुरक्षित बचा जा सके।
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