एचआरटीसी को नुकसान की भरपाई के लिए 720 करोड़ रुपये की मदद दे रही सरकार : सीएम
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि एचआरटीसी में अधिकारियों की फौज के युक्तिकरण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस बारे में कड़े फैसले लेने होंगे। तभी एचआरटीसी समय पर पेंशन दे पाएगा

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 16-10-2025
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि एचआरटीसी में अधिकारियों की फौज के युक्तिकरण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस बारे में कड़े फैसले लेने होंगे। तभी एचआरटीसी समय पर पेंशन दे पाएगा। सरकार एचआरटीसी को इसकी भरपाई के लिए 720 करोड़ रुपये की मदद दे रही है।
सुक्खू ने पेंशनरों की हड़ताल पर कहा कि एचआरटीसी को हर साल सरकार की ओर से साढ़े सात सौ करोड़ रुपये देते हैं। एचआरटीसी अपनी बसें चलाती हैं, उन बसों की जो आय होती है। चाहे स्कूल में बस जाती है या उपदान बस के रूप में जाती है। सबकी आय भी 70 करोड़ रुपये के करीब होती है।
आपदा रही और दो महीने एचआरटीसी को काम नहीं रहा। जो कमाई नहीं हुई है, उसके लिए भी सरकार भरपाई कर रही है। एचआरटीसी को चलाने के लिए ड्राइवर और कंडक्टर चाहिए। ज्यादा से ज्यादा इंस्पेक्टर चाहिए। ऊपरी स्तर पर अधिकारियों की इतनी बड़ी फौज खड़ी की है, जिसके युक्तिकरण की जरूरत है। एचआरटीसी 100 प्रतिशत घाटे पर है।
यह लोग कह रहे हैं कि महिलाओं को जो 50 प्रतिशत सब्सिडी देते हैं तो उससे घाटे हैं। अगर सब्सिडी देते हैं तो इस दृष्टि से सोचना होगा। उन्होंने कहा कि 15 तारीख की जगह उन्हें एक तारीख को पेंशन मिलनी चाहिए। फैसले लेने की जरूरत है।
उप मुख्यमंत्री से बात कर निर्णय लिए जाएंगे। एचआरटीसी के पास 3000 बसें हैं। उन्हें ओवरटाइम और मेडिकल रिइंबर्समेंट मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 3000 बसें चलाना कोई मुश्किल काम नहीं है। इसे ठीक करने की जरूरत है।
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