भारतीय सेना ने लद्दाख के सुदूर और अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी की सुविधा की प्रदान
भारतीय सेना ने एक बड़ा कदम उठाते हुए लद्दाख के सुदूर और अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अभूतपूर्व मोबाइल कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान की है। जिसमें पूर्वी और पश्चिमी लद्दाख तथा सियाचिन ग्लेशियर के अग्रिम क्षेत्र भी शामिल

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 20-04-2025
भारतीय सेना ने एक बड़ा कदम उठाते हुए लद्दाख के सुदूर और अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अभूतपूर्व मोबाइल कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान की है। जिसमें पूर्वी और पश्चिमी लद्दाख तथा सियाचिन ग्लेशियर के अग्रिम क्षेत्र भी शामिल हैं।
सेना ने शनिवार को बताया कि दुनिया के कुछ सबसे दुर्गम इलाकों जैसे दौलत बेग ओल्डी, गलवान, डेमचोक, चुमार, बटालिक, द्रास और सियाचिन ग्लेशियर में तैनात सैनिकों को पहली बार अब विश्वसनीय 4 जी और 5 जी मोबाइल कनेक्टिविटी तक पहुंच मिली है।
यह पहल सर्दियों में 18,000 फुट से अधिक ऊंचाई पर बिलकुल अलग-थलग चौकियों में तैनात सैनिकों के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला साबित हुई है, जिससे उन्हें अपने परिवार और प्रियजनों के साथ जुड़े रहने में मदद मिली है।
यह महत्वपूर्ण प्रयास संपूर्ण सरकारी ढांचे के तहत एक सहयोगी दृष्टिकोण के माध्यम से संभव हुआ है, जिसमें भारतीय सेना ने अपने मजबूत ऑप्टिकल फाइबर केबल बुनियादी ढांचे का लाभ उठाते हुए दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के साथ साझेदारी की है।
फायर एंड फ्यूरी कोर ने इस तालमेल को सक्षम करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। जिसके परिणामस्वरूप सेना के बुनियादी ढांचे पर कई मोबाइल टावर लगाए गए हैं। जिनमें अकेले लद्दाख और कारगिल जिलों में चार प्रमुख टावर शामिल हैं।
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