15 साल पूरी कर चुकी मशीनें होगी कंडम , सर्दियों से पहले नई मशीनरी खरीदेगा पीडब्ल्यूडी

पीडब्ल्यूडी ने सर्दियों की तैयारियां शुरू कर दी है। इसके साथ ही 15 साल पूरी कर चुकी मशीनों को भी अब ठिकाने लगाया जाएगा। पीडब्ल्यूडी प्रदेश भर में 264 मशीनों को बदलेगा। इन मशीनों को बदलने पर 30 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जा रहा। विभाग ने खरीद की यह प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें छोटी जेसीबी (बॉब कैट) शहरी क्षेत्रों के लिए खरीदी जाएगी और बड़ी मशीनें शहर से बाहर के इलाकों में इस्तेमाल होंगी

Nov 14, 2023 - 17:23
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15 साल पूरी कर चुकी मशीनें होगी कंडम , सर्दियों से पहले नई मशीनरी खरीदेगा पीडब्ल्यूडी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  14-11-2023

पीडब्ल्यूडी ने सर्दियों की तैयारियां शुरू कर दी है। इसके साथ ही 15 साल पूरी कर चुकी मशीनों को भी अब ठिकाने लगाया जाएगा। पीडब्ल्यूडी प्रदेश भर में 264 मशीनों को बदलेगा। इन मशीनों को बदलने पर 30 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जा रहा। विभाग ने खरीद की यह प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें छोटी जेसीबी (बॉब कैट) शहरी क्षेत्रों के लिए खरीदी जाएगी और बड़ी मशीनें शहर से बाहर के इलाकों में इस्तेमाल होंगी। विभाग ने मशीनों का इस्तेमाल भविष्य में नहीं करेगा जो समय अवधि पूरी कर चुकी है। 
विभाग ने मशीनें खरीदने के लिए ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया जारी कर दी है। वेब पोर्टल के माध्यम से पीडब्ल्यूडी की यह खरीद पूरी होगी। विभाग ने सबसे ज्यादा जेसीबी खरीदने का फैसला किया है। गौरतलब है कि पीडब्ल्यूडी ने 264 मशीनें खरीदने का फैसला किया है। इसमें सबसे ज्यादा संख्या जेसीबी की है और इसके अलावा बोलेरो और टिप्पर भी विभाग खरीदने की तैयारी में है। फिलहाल, 30 करोड़ रुपए का प्रबंध किया गया है और भविष्य में इस बजट को बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश में बर्फबारी का दौर दिसंबर से शुरू होता है। विभाग इसके लिए अभी से खुद को तैयार कर रहा है। 
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बीते दिनों विभाग के अधिकारियों की एक बैठक ली थी। इस बैठक में अधिकारियों ने पुरानी मशीनों की जानकारी दी थी। इसे देखते हुए विक्रमादित्य सिंह ने अधिकारियों को मशीनें खरीदने की सलाह दी है। खास बात यह है कि मशीनों की खरीद ऑनलाइन माध्यम से होने जा रही है। विक्रमादित्य सिंह यह साफ कर चुके है कि ऑफलाइन टेंडर प्रक्रिया में धांधली होने की संभावना को रोकने के लिए वेब पोर्टल का कदम उठाया है। 
प्रमुख अभियंता से अधिशाषी अभियंता तक जो भी टेंडर जारी होंगे और इसके बाद बिलिंग होगी, वे सॉफ्टवेयर की मदद से पूरे किए जाएंगे और इसे सिस्टम से जोड़ा जाएगा। विभाग ने पांच करोड़ रुपए की लागत से सॉफ्टवेयर को विकसित किया है। प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता ने बताया कि पीडब्ल्यूडी ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। ऑनलाइन माध्यम से मशीनों की खरीद की जा रही है। विभाग 30 करोड़ रुपए से 264 मशीनों की खरीद करने जा रहा है।

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