आखिर मोबाइल पर आए एक मैसेज पे क्यों झूम उठा चिंत राम शास्त्री का पूरा परिवार जानिए वजह 

मंडी जिले के चिंत राम शास्त्री को मंगलवार ( 3 अक्टूबर ) सुबह जैसे ही मोबाइल पर बैंक खाते में पेंशन के 36,850 रुपये आने का मैसेज आया तो वे और उनका पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। खुशी से गदगद पूरा परिवार तब से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का धन्यवाद करता नहीं थक रहा। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री ने पुरानी पेंशन बहाली के साथ हजारों सरकारी कर्मचारियों को बुढ़ापे में सम्मान से जीने का हक दिया

Oct 4, 2023 - 19:28
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आखिर मोबाइल पर आए एक मैसेज पे क्यों झूम उठा चिंत राम शास्त्री का पूरा परिवार जानिए वजह 

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी  04-10-2023
मंडी जिले के चिंत राम शास्त्री को मंगलवार ( 3 अक्टूबर ) सुबह जैसे ही मोबाइल पर बैंक खाते में पेंशन के 36,850 रुपये आने का मैसेज आया तो वे और उनका पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। खुशी से गदगद पूरा परिवार तब से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का धन्यवाद करता नहीं थक रहा। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री ने पुरानी पेंशन बहाली के साथ हजारों सरकारी कर्मचारियों को बुढ़ापे में सम्मान से जीने का हक दिया है। बकौल चिंत राम शास्त्री यह सिर्फ पेंशन की बात नहीं है, ये सम्मान और सुरक्षा से जुड़ा फैसला है। 
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सेवानिवृत कर्मियों का सम्मान वापिस लौटाया है, हम उनके सदा आभारी रहेंगे। बता दें, चिंत राम शास्त्री मंडी जिले की नाचन विधानसभा की ग्राम पंचायत छम्यार के गांव सुराह के रहने वाले हैं। दरअसल, नई पेंशन योजना के सताए चिंता राम मंडी जिले के पहले व्यक्ति बने हैं उन्हें पुरानी पेंशन बहाली के बाद मासिक पेंशन खाते में आना शुरू हो गई है। न्यू पेंशन स्कीम के अंतर्गत 31 जुलाई, 2017 को सेवानिवृत्त हुए चिंत राम शास्त्री को पिछले 6 साल से 1770 रुपये मासिक पेंशन के तौर पर मिलते थे, वहीं अब पुरानी पेंशन स्कीम में आने के बाद उनकी मासिक पेंशन 36,850 रुपये मिलना शुरू हो गई है। 
बता दें, जिला के पहले न्यू पेंशन स्कीम से पुरानी पेंशन स्कीम के अंतर्गत आने वाले चिंत राम शास्त्री शिक्षा विभाग से शास्त्री के पद 13 साल 10 महीने और 22 दिन सेवाएं देने के उपरांत 31 जुलाई, 2017 को सेवानिवृत्त हुए थे। चिंत राम शास्त्री ने बताया कि जब वे सेवानिवृत हुए थे तो उनका वेतन 57000 रुपये था। न्यू पेंशन स्कीम में होने पर केवल 1770 रुपये पेंशन से गुजारा करना मुश्किल से होता था। पुरानी पेंशन मिलनी शुरू होने से अब उन्हें बुढ़ापे की चिंता नहीं रही है। वहीं उनकी धर्मपत्नी योगमाया का कहना है कि प्रदेश के सेवानिवृत कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करने पर मुख्यमंत्री मसीहा बनकर उभरे हैं।

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