यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 08-11-2025
सामाजिक सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध 20 वर्ष पुरानी भारत की जानी मानी संस्था आयोम वेलफेयर सोसाइटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूनाइटेड नेशंस सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDG-1) के तहत स्वर्ण सम्मान प्राप्त हुआ है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस सम्मान समारोह में 101 संस्थाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया , जिनमें से फतेहपुर की आयोम वेलफेयर सोसाइटी को गोल्ड कैटेगरी (स्वर्ण श्रेणी) में यह प्रतिष्ठित सम्मान मिला। यह पुरस्कार आजीविका सृजन , पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समावेशन के लिए तैयार विभिन्न इनिशिएटिव्स की एक श्रृंखला के माध्यम से कमजोर और हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान के लिए आयोम के निरंतर प्रयासों का प्रमाण है। पुरस्कार ग्रहण करने वाली टीम में महिला सशक्तिकरण को लेकर आयोम का विश्वास झलक रहा था।
आयोम वेलफेयर सोसाइटी की संस्थापक एवं अध्यक्ष पूनम मानसिंह और राष्ट्रीय प्रमुख महिला मोर्चा सुश्री नितिका धीमान ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। हिमाचल की बेटी नितिका धीमान ने संस्थापक के साथ मंच साझा कर अपार कृतज्ञता और गर्व व्यक्त किया। उनके लिए यह क्षण न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि थी , बल्कि उस विचारधारा की पुष्टि भी थी जो सेवा को सर्वोच्च धर्म मानती है। इस दौरान आयोम वेलफेयर सोसाइटी के सभी प्रमुख सदस्य संस्थापक श्री शरत मानसिंह , प्रेरित मानसिंह , प्रेरणा सक्सेना , रेखा धीमान और अंतिला मानसिंह समारोह में उपस्थित थे। सोसाइटी ने अपनी सेवाओं के माध्यम से 80 करोड़ से अधिक भारतीय नागरिकों को लाभान्वित किया है। आयोम ने एक ही दिन में मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए पूरे भारत में 2,80,522 से अधिक महिलाओं तक पहुंचकर इतिहास रचा , अक्षय और पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा पहल के माध्यम से तमिलनाडु के डेनकानिकोटे में 3,000 व्यक्तियों को सशक्त बनाया।
आयोम ने कृषि अपशिष्ट और रेशों के अभिनव उपयोग के माध्यम से किसानों और कारीगरों की आजीविका में भी सुधार किया। इस सम्मान के बारे में आयोम वेलफेयर सोसाइटी की राज्य प्रमुख, हिमाचल प्रदेश श्रीमती सिमरत अरोड़ा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह सम्मान प्राप्त करना आयोम वेलफेयर सोसाइटी के लिए अत्यंत गर्व और प्रेरणा का क्षण है। यह उपलब्धि उस विश्वास, समर्पण और निरंतर प्रयासों का परिणाम है , जो संस्था ने समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए किए हैं। शरत मानसिंह और पूनम मानसिंह के नेतृत्व में संस्था ने यह सिद्ध किया है कि जब नीयत सेवा की हो और दृष्टि विकास की, तो हर सपना संभव हो जाता है। यह सम्मान पूरे हिमाचल प्रदेश और भारत के लिए गर्व की बात है।
साथ ही आयोम में हिमाचल प्रदेश के सक्रिय कार्यकर्ता रेखा धीमान , नवीन शर्मा , विशाल ठाकुर , नंदिता ठाकुर और नरिंदर कौर ने भी इस सम्मान पर अपार गर्व व्यक्त किया है। सामाजिक जीवन में सुधार लाने के उद्देश्य से आयोम ने कई समावेशी , कौशल आधारित कार्यक्रम लागू किए हैं। सिलाई , ड्राइविंग , पर्यावरण अनुकूल उत्पाद निर्माण , हरित उद्यम विकास जैसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों ने आय सृजन और आत्मनिर्भरता के मार्ग प्रशस्त किए हैं। इसकी प्रमुख इनिशिएटिव्स ने महिलाओं को सशक्त बनाया है, जेल के कैदियों और हाशिए पर पड़े युवाओं का पुनर्वास किया है।