यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 10-09-2025
युवाओं को खेल के क्षेत्र मे बेहतर सुविधा के लिए जिला सिरमौर के शिलाई विधानसभा से एक महत्वपूर्ण मांग वर्षों से उठ रही है,वह महत्वपूर्ण मांग है शिलाई क्षेत्र में ( स्पोर्ट्स एकेडमी ) जिस प्रकार वर्षों से शिलाई विधानसभा क्षेत्र से अनेकों खेल प्रतिभाओ ने खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी काबिलियत और कड़ी मेहनत के बदोलत इतिहास स्थापित किए हैं। जिसमें जैसे मुख्यतः अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी व अर्जुन अवॉर्डी रितु नेगी , अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी पुष्पा राणा , अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी प्रियंका नेगी , अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी साक्षी शर्मा, राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी निर्मला चौहान,बिलम जस्टा ,अनिल जस्टा , ऑफिशियल के रूप में अतर सिगटा इत्यादि अनेकों ख़ास चेहरे शिलाई विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न खेल के क्षेत्र में देखने एवं सुनने को मिलते हैं।
इसी परिप्रेक्ष्य में शिलाई क्षेत्र में स्पोर्ट्स एकेडमी खोलने की मांग की जा रही है, जिस मांग और सुझाव को शिलाई के युवा मीडिया के माध्यम से शिलाई विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक एवं हिमाचल प्रदेश सरकार में उद्योग एवं संसदीय कार्य मंत्री ठाकुर हर्षवर्धन चौहान से भी निवेदन और आग्रह कर रहे हैं, जिस महत्वपूर्ण कार्य को अगर मंत्री महोदय पूरा करते हैं तो स्पोर्ट्स एकेडमी के खुलने से यकीनन शिलाई विधानसभा के युवाओं को घर द्वार बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध होगी। और कहीं न कहीं आर्थिक रूप से भी काफी हद तक राहत मिलेगी, स्पोर्ट्स एकेडमी, खेल प्रतिभाओं की पहचान , पोषण और निखार के लिए समर्पित एक विशिष्ट प्रशिक्षण संस्थान है, जो खिलाड़ियों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रशिक्षित करने, महत्वपूर्ण जीवन कौशल विकसित करने और किसी विशेष खेल में उच्च स्तर का प्रदर्शन करने में मदद करता है।
खेल अकादमियाँ न केवल खिलाड़ियों के शारीरिक पहलुओं को विकसित करती हैं, बल्कि उनके मानसिक दृढ़ता और कौशल को भी बढ़ाती हैं। खेल अकादमियों में प्रशिक्षण से अनुशासन , समय प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल भी विकसित होते हैं , जो जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी काम आते हैं। इसका अंतिम लक्ष्य किसी खिलाड़ी या टीम को खेल प्रतियोगिताओं में शीर्ष स्थान प्राप्त करने और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार करना होता है।शारीरिक कौशल के अलावा, खेल अकादमियां चरित्र विकास पर भी ध्यान केंद्रित करती हैं। प्रतिभागी संचार, नेतृत्व और समस्या-समाधान जैसे मूल्यवान जीवन कौशल सीखते हैं, जो उनके व्यक्तिगत विकास और सर्वांगीण विकास में योगदान करते हैं।जिस प्रकार गिरिपार के दुर्गम क्षेत्रों से युवा खेल सुविधाएं के अभाव और बेहतर भविष्य और देश प्रदेश का नाम रोशन करने के लिए मीलों दूर पांवटा साहिब,नाहन, धर्मशाला, शिमला, चंडीगढ़,इत्यादि स्पोर्ट्स एकेडमी में मजबूरन रुख़ करने पड़ता है।
इस प्रकार अगर माननीय मंत्री महोदय शिलाई क्षेत्र में स्पोर्ट्स एकेडमी खोलने का प्रयास करते हैं , तो निसंदेह भविष्य में शिलाई क्षेत्र के युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है , और माननीय मंत्री के द्वारा एक दूरदर्शी सोच और ऐतिहासिक कार्य स्थापित होगा,इस प्रकार हम सभी युवाओं और क्षेत्र वासियों का नैतिक कर्तव्य बनता है कि हम सभी राजनीति से ऊपर उठकर जनहित में ऐसे महत्वपूर्ण विषय पर समय समय पर जनप्रतिनिधियों से मीडिया बंधुओं के माध्यम से लिखित एवं मौखिक रूप से उठाने का प्रयास किया जाए, ताकि भविष्य में क्षेत्र में खेल जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों के रूप में शिलाई की भविष्य में एक अलग पहचान स्थापित हो सके और खेल प्रतिभाओं को एक स्थान पर विभिन्न खेल के प्रशिक्षण के रूप में बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो सकें। तो वहीं सबसे बड़ी बात है कि क्षेत्र के युवा नशे से भी दूर रहेंगे, जिस प्रकार नशे का प्रकोप हिमाचल प्रदेश के युवाओं में विभिन्न क्षेत्रों में देखने एवं सुनने को मिलता है , तो कहीं न कहीं खेल के माध्यम से बेहतर भविष्य और नशे की लत से भी मुक्ति मिलेगी।
स्वतंत्र लेखक-ठाकुर हेमराज राणा सिरमौर।