टीएमसी ने पहली बार वॉश्ड रेड ब्लड सेल ट्रांसफ्यूजन कर महत्वपूर्ण चिकित्सीय उपलब्धि हासिल कर रचा इतिहास
डॉ राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल के इम्यूनोहेमेटोलॉजी एवं ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण चिकित्सीय उपलब्धि हासिल कर इतिहास रच दिया
यंगवार्ता न्यूज़ - टांडा 13-12-2025
डॉ राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल के इम्यूनोहेमेटोलॉजी एवं ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण चिकित्सीय उपलब्धि हासिल कर इतिहास रच दिया। विभाग द्वारा पहली बार सफलतापूर्वक वॉश्ड रेड ब्लड सेल आरबीसी ट्रांसफ्यूजन किया गया, जिससे उस रोगी में सुरक्षित और प्रभावी रक्त आधान संभव हो सका, जिसे पूर्व में रक्त आधान के दौरान एलर्जिक (हाइपरसेंसिटिविटी) प्रतिक्रियाएं हो चुकी थीं।
रोगी को एलर्जिक ट्रांसफ्यूजन रिएक्शन का स्पष्ट इतिहास था, जिसके कारण सामान्य रक्त आधान जोखिमपूर्ण एवं संभावित रूप से जानलेवा हो सकता था। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, विभाग ने रेड ब्लड सेल वॉशिंग की तकनीकी रूप से जटिल प्रक्रिया अपनाई। इस विशेष प्रक्रिया का उद्देश्य प्लाज्मा प्रोटीन एवं अन्य एलर्जन को हटाना होता है, जो ट्रांसफ्यूजन रिएक्शन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
रेड ब्लड सेल्स की वॉशिंग मानक ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन प्रोटोकॉल के अनुसार अत्यंत सावधानीपूर्वक की गई, जिससे उत्पाद की सुरक्षा, स्टेरिलिटी और गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। इसके पश्चात, वॉश्ड रेड ब्लड सेल्स का ट्रांसफ्यूजन कड़ी चिकित्सीय निगरानी में किया गया। यह ट्रांसफ्यूजन बिना किसी प्रतिकूल या एलर्जिक प्रतिक्रिया के सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ, जो रोगी देखभाल के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है।
यह सफलता विभाग की बढ़ती तकनीकी दक्षता, रोगी सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता तथा जटिल ट्रांसफ्यूजन परिस्थितियों के प्रबंधन की तैयारी को दर्शाती है। वॉश्ड आरबीसी ट्रांसफ्यूजन की सफल शुरुआत से संस्थान में उन्नत ट्रांसफ्यूजन सेवाओं का विस्तार हुआ है, जो बार-बार एलर्जिक प्रतिक्रियाओं, आईजीए डेफिशिएंसी या अन्य विशेष ट्रांसफ्यूजन आवश्यकताओं वाले रोगियों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी।
टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ मिलाप शर्मा तथा इम्यूनोहेमेटोलॉजी विभागध्य्क्ष डॉ अंजलि चवन ने इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए सराहनीय कार्य हेतु राजीव समकडिया को बधाई दी। साथ ही डॉ मनीष , अनुज राणा, रिंकू, प्रिंस, राजू राम, बलवंत, जॉनी, बलबीर एवं अनुराग को आवश्यक अन्य परीक्षणों के संचालन हेतु सराहा।
विभाग ने ऑर्थोपेडिक्स विभाग की क्लिनिकल टीम तथा अस्पताल प्रशासन को उनके समन्वित प्रयासों एवं सहयोग के लिए भी धन्यवाद व्यक्त किया। यह उपलब्धि उन्नत ट्रांसफ्यूजन प्रथाओं को अपनाने तथा उच्च गुणवत्ता, रोगी-केंद्रित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करती है।
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