सनातन धर्म की शिक्षा के लिए बनाया जाएगा वैदिक ज्ञानपीठ विश्वविद्यालय , जूना अखाड़ा ने किया ऐलान

आने वाली पीडियों को सनातन की शिक्षा देने के लिए शीघ्र ही देश का पहला विश्वविद्यालय खोला जाएगा , जिसमें बच्चों को केवल मात्र सनातन की शिक्षा दी जाएगी। यह बात गोविंदपुरम में चल रहे दो दिवसीय सनातन कॉन्क्लेव में  श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कही। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मुसलमान को शिक्षा देने के लिए दारुल उलूम और मदरसे बनाए गए

Oct 8, 2023 - 19:49
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सनातन धर्म की शिक्षा के लिए बनाया जाएगा वैदिक ज्ञानपीठ विश्वविद्यालय , जूना अखाड़ा ने किया ऐलान

न्यूज़ एजेंसी - हरिद्वार  08-10-2023
आने वाली पीडियों को सनातन की शिक्षा देने के लिए शीघ्र ही देश का पहला विश्वविद्यालय खोला जाएगा , जिसमें बच्चों को केवल मात्र सनातन की शिक्षा दी जाएगी। यह बात गोविंदपुरम में चल रहे दो दिवसीय सनातन कॉन्क्लेव में  श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कही। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मुसलमान को शिक्षा देने के लिए दारुल उलूम और मदरसे बनाए गए हैं उसी तर्ज पर सनातन सीखने के लिए भी विश्वविद्यालय का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण पर भले ही भारी भरकम बजट का प्रावधान करना पड़ेगा , लेकिन इसके लिए दानिश सज्जनों से संपर्क किया जाएगा। 
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा अपने से शुरुआत करेगा और इसके लिए अखाड़ा के हरिद्वार और शुक्रताल में दो प्लाट है जिसकी नीलामी की जाएगी। जो भी धन एकत्रित होगा वह विश्वविद्यालय के निर्माण पर खर्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि  श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा  इस विश्वविद्यालय को बनाने में अहम भूमिका अदा करेगा। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा ने सनातन वैदिक ज्ञानपीठ विश्वविद्यालय बनाने का ऐलान किया है और यहां पर दाखिला लेने वाले छात्रों को सनातन धर्म की शिक्षा दीक्षा दी जाएगी। 
उन्होंने बताया कि सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने के लिए इन छात्रों को तैयार किया जाएगा , जिस प्रकार इस्लाम के प्रचार के लिए दारुल उलूम देवबंद है। ठीक उसी तर्ज पर सनातन वैदिक ज्ञानपीठ होगी जहां छात्रों को सनातन धर्म के लिए शिक्षित किया जाएगा।  उन्होंने बताया कि असम में 1200 बीघा जमीन पर काफी दिनों से विवाद चल रहा है और इस विवाद को सुलझाने के लिए जूनागढ़ अखाड़ा अहम भूमिका निभा रहा है। इस संदर्भ में संस्था का असम के मुख्यमंत्री से भी वार्तालाप हो चुका है जिस पर शीघ्र ही इस पर निर्णय हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त कश्मीर , डोडा और उधमपुर आदि शहरों में भी काफी जमीन है जो सनातन ज्ञानपीठ के लिए प्रयोग में लाई जा सकती है। 
एक अनुमान के मुताबिक सनातन विद्यापीठ विश्वविद्यालय के निर्माण पर करीब अढाई सौ करोड़ रुपए से अधिक का खर्च आएगा जिसके लिए प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। इस अवसर पर डासना देवी मंदिर की तरफ से डॉ. उदिता त्यागी ने सवा-सवा लाख रुपए के दो चेक श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के संरक्षक को सौंपा। गाजियाबाद के ही अक्षित त्यागी ने 51 लाख रुपए चंदा देने की घोषणा की। इस तरह सभी सनातनियों के सहयोग से सनातन वैदिक ज्ञानपीठ का निर्माण होगा। 
 
इसके लिए भिक्षा यात्रा भी शुरू कर दी गई है। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि सौ करोड़ से ज्यादा सनातन धर्मी , विश्व की प्राचीनतम सभ्यता और संस्कृति है, लेकिन हमारे पास एक भी ऐसी संस्था नहीं है, जो समग्र में सनातन धर्म पढ़ाताहो। इसी कारण आज हमारे युवा दिग्भ्रमित हैं और वस्तुतः अपने और अपने परिवार सहित धर्म शत्रु बन जाते हैं।

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