सुरंग में फंसे सभी 40 मजदूर सुरक्षित , पाइप के जरिये पहुँचाई जा रही ऑक्सीजन और भोजन-पानी

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं, लेकिन मलबा हटाना चुनौती बना हुआ है। रविवार तड़के करीब चार बजे ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर स्थित इस सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद से अंदर 40 मजदूर फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि साढ़े चार किलोमीटर लंबी सुरंग का 150 मीटर लंबा हिस्सा ढहा था। बचाव में जुटे अधिकारियों के अनुसार श्रमिकों से संपर्क हो रहा है और उन तक अब भोजन-पानी पहुंचाया जा रहा

Nov 14, 2023 - 17:07
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सुरंग में फंसे सभी 40 मजदूर सुरक्षित , पाइप के जरिये पहुँचाई जा रही ऑक्सीजन और भोजन-पानी
 
यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून  14-11-2023
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं, लेकिन मलबा हटाना चुनौती बना हुआ है। रविवार तड़के करीब चार बजे ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर स्थित इस सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद से अंदर 40 मजदूर फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि साढ़े चार किलोमीटर लंबी सुरंग का 150 मीटर लंबा हिस्सा ढहा था। बचाव में जुटे अधिकारियों के अनुसार श्रमिकों से संपर्क हो रहा है और उन तक अब भोजन-पानी पहुंचाया जा रहा है। 
उत्तरकाशी के सर्किल आफिसर प्रशांत कुमार ने बताया कि अंदर फंसे लोगों से संचार स्थापित किया जा चुका है और वे सभी सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि हमने उन्हें ऑक्सीजन और पानी उपलब्ध कराया है। बचावकर्मी सुरंग के अंदर लगभग 15 मीटर तक गए हैं और लगभग 35 मीटर अभी भी तय करना बाकी है। हम सुरंग के अंदर जाने के लिए बगल में अपना रास्ता बना रहे हैं। वहीं राज्य आपदा प्रतिक्रिया अधिकारी दुर्गेश राठौड़ी ने बताया कि लगभग 40 से 45 मजदूर अंदर फंसे हुए हैं। 
उन्होंने कहा फंसे हुए श्रमिकों को एक ट्यूब के माध्यम से ऑक्सीजन भेजी जा रही है। साथ ही उन्हें आश्वासन दिया गया कि उनकी सुरक्षा के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। मशीनें लगातार मलबा हटा रही हैं। उधर, प्रांतीय रक्षक दल के जवान रणवीर सिंह चौहान ने कहा कि बहुत तेजी से काम चल रहा है और हर कोई बहुत मेहनत कर रहा है। 
उन्होंने कहा कि रविवार को हम दुखी थे क्योंकि हम फंसे हुए लोगों से बात नहीं कर पा रहे थे , लेकिन फिर हम उनसे बात करने में कामयाब रहे। उत्तरकाशी के आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन रात भर जारी रहा। एसडीआरएफ मीडिया प्रभारी ललिता नेगी ने कहा कि हमारा बचाव अभियान युद्ध स्तर पर है। सीमा सड़क संगठन और आईटीबीपी की टीमें भी बचाव में जुटी हैं।

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