उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद सेना और आईटीबीपी के जवानों ने संभाला मोर्चा , राहत और बचाव कार्यों में तेजी 

उत्तरकाशी के धराली में कहर के बीच सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला हुआ है। जगह-जगह भूस्खलन से रास्ते बंद होने से कई अधिकारी घटनास्थल नहीं पहुंच पाए हैं। वहीं सेना के जवान फंसे ग्रामीणों तक रास्ता बनाने में जुटे हैं। धराली की तबाही के बाद सभी रास्ते बंद हो गए , लेकिन सेना और आईटीबीपी के जवान मोर्चा संभाले हुए हैं। 25 फीट ऊंचे मलबे में फंसे ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए रास्ता बनाया जा रहा है

Aug 6, 2025 - 19:19
Aug 6, 2025 - 19:48
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उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद सेना और आईटीबीपी के जवानों ने संभाला मोर्चा , राहत और बचाव कार्यों में तेजी 
यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून   06-08-2025

उत्तरकाशी के धराली में कहर के बीच सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला हुआ है। जगह-जगह भूस्खलन से रास्ते बंद होने से कई अधिकारी घटनास्थल नहीं पहुंच पाए हैं। वहीं सेना के जवान फंसे ग्रामीणों तक रास्ता बनाने में जुटे हैं। धराली की तबाही के बाद सभी रास्ते बंद हो गए , लेकिन सेना और आईटीबीपी के जवान मोर्चा संभाले हुए हैं। 25 फीट ऊंचे मलबे में फंसे ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए रास्ता बनाया जा रहा है। राहत अभियान में सेना की पूरी ताकत झोंक दी गई है। बादल फटने के कहर के बाद जब हर तरफ मलबा , तबाही और चीखें थीं , तब सेना लोगों के लिए उम्मीद बनकर सामने आई। 
आईटीबीपी और आर्मी के जवानों ने अस्थाई पुल बनाने की कोशिश शुरू की है , ताकि गांव में फंसे 200 लोगों तक राहत पहुंचाई जा सके।उत्तरकाशी की आपदा में सेना और राहत दल दिन-रात डटे हुए हैं। मलबे में दबी ज़िंदगियों को बचाने के लिए सेना , आईटीबीपी , एनडीआरएफ जैसे दल पूरी ताकत से मैदान में हैं। हर पल की निगरानी आपदा कंट्रोल रूम से की जा रही है। आईटीबीपी और आर्मी के जवान धराली में बीच गांव में फंसे ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए वहां करीब 25 फीट ऊंचे मलबे में रास्ता बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अस्थाई पुलिया बनाने का प्रयास किया जा रहा है। 
गांव में करीब 200 लोग भी फंसे है। हर्षिल में राहत कार्यों को तेज करने के लिए और भी सेना की टीमें , खोजी कुत्ते , ड्रोन , और खुदाई करने वाली मशीनें भेजी गई हैं। इस दौरान धराली में एक 32 वर्षीय युवक का शव मलबे से बरामद हुआ है।आर्मी , आईटीबीपी के जवान में रेस्क्यू में जुटे हैं। लेकिन गंगोत्री हाईवे रेस्क्यू में बाधा बना हुआ है। एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहिदी के अनुसार चार लोगों की मौत हो गई है और 50 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। हर्षिल और सुखी टॉप में दो जगहों पर अचानक बाढ़ आने की भी खबर है।

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