यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 07-04-2024
पूर्व मुख्यमंत्री एवम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी में संसदीय क्षेत्र मीडिया सेंटर का शुभारंभ करने के बाद पत्रकारवार्ता में एक के बाद एक कांग्रेस पर ताबरतोड हमले किए। उन्होंने कहा कि हिमाचल में सुक्खू सरकार न केवल बहुमत से गिर चुकी है बल्कि लोगों की नज़रों से भी उत्तर चुकी है। ऐसे में हिमाचल में उपजे इस राजनीतिक हालात के लिए भाजपा को दोष देना कांग्रेस नेता बंद करें और मैं बड़ा स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इसके लिए कोई कसूरवार है तो स्वयं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू हैं। उन्होंने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि वे पल पल पलटुराम हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के बागी विधायकों को उकसाने में प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह की भूमिका अहम थी लेकिन विधायकों को उकसाने के बाद खुद दोनों ने यू-टर्न ले लिया। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रतिभा और विक्रमादित्य सिंह की भूमिका के बारे में वे कभी बाद में और विस्तार से बात भी करेंगे और खुलासा भी लेकिन दोनों ने सीएम सुक्खू और अपनी ही सरकार के बारे में जो कुछ कहा उसी से विधायक आक्रोशित हुए। उन्होंने कहा कि अब विक्रमादित्य सिंह को पलटू राम के नहीं बल्कि पल पल पलटूराम के नाम से पहचाना जाने लगा है। वो अपने हर बयान से पलट जाते हैं।
यदि वो चुनावी मैदान में उतरते हैं तो फिर विस्तार से बातें होंगी। जयराम ठाकुर ने कांग्रेस की तरफ से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत के खिलाफ की जा रही टिप्पणियों पर बोलते हुए कहा कि इस विषय पर कंगना रनौत पहले ही स्पष्टीकरण दे चुकी है , लेकिन कांग्रेस इसका दुष्प्रचार करने में जुटी हुई है। पार्टी ने सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही कंगना को टिकट देकर प्रत्याशी बनाया है जोकि कांग्रेस को रास नहीं आ रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कांग्रेस इसे इसी तरह मुद्दा बनाती रही तो फिर इसकी चुनाव आयोग में शिकायत की जाएगी।
जयराम ठाकुर ने प्रदेश की सुक्खू सरकार पर भी जमकर जुबानी हमले बोले। उन्होंने कहा कि आज हालत यह हो गए हैं कि विधायक सरकार को छोड़कर जा रहे हैं जबकि मौजूदा सांसद चुनाव लड़ने से इनकार कर रही है। लेकिन इन सबके बीच भाजपा को दोषी ठहराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज सरकार जनता की नजरों और बहुमत के हिसाब से गिर चुकी है। सीएम को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।