ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में चार्जिंग बैटरी में लगने वाली चिप अब भारत में होगी डिजाइन
ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में चार्जिंग बैटरी में लगने वाली चिप अब भारत में डिजाइन होगी। ट्रिपल आईटी ऊना, आईआईटी कानपुर और एनआईटी श्रीनगर साझेदारी में आपस में मिलकर काम करेंगे। इसके लिए कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की ओर से हाल ही में दो करोड़ 30 लाख की राशि मंजूर
 
                                कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की ओर से हाल ही में दो करोड़ 30 लाख की राशि मंजूर
यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना 15-09-2025
ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में चार्जिंग बैटरी में लगने वाली चिप अब भारत में डिजाइन होगी। ट्रिपल आईटी ऊना, आईआईटी कानपुर और एनआईटी श्रीनगर साझेदारी में आपस में मिलकर काम करेंगे। इसके लिए कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की ओर से हाल ही में दो करोड़ 30 लाख की राशि मंजूर हो गई है।
इलेक्ट्रॉनिक और कंप्यूटर एंड साइंस इंजीनियर की टीम मिलकर काम करेगी। ट्रिपल आईटी ऊना में यह कार्य सहायक प्रोफेसर डॉ. तनु वडैरा बतौर प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर की निगरानी में काम किया जाएगा।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह कारगर सिद्ध होगा और क्लस्टर स्तर पर डेढ़ साल की अवधि में इस कार्य को अंजाम दिया जाएगा। वर्तमान में भारत में यह चिप चीन से आयात की जाती है। भारत में ही इस का निर्माण होने से जहां इसकी दरों में भी कमी आएगी, वहीं बाहरी देशों के ऊपर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
ट्रिपल आईटी ऊना के डायरेक्टर प्रो. मनीष गॉड के अनुसार आईआईटी कानपुर के नेतृत्व में ट्रिपल आईटी ऊना और एनआईटी श्रीनगर की आपस में संयुक्त साझेदारी के तहत ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए अर्धचालक एवं डिजिटल प्रौद्योगिकियों का समन्वित विकास करने की दिशा में इस कार्य को वित्त पोषित किया गया है।
खास बात यह है कि आपसी साझेदारी में तीन बड़े संस्थान मिलकर इसका डिजाइन करेंगे और इसमें इलेक्ट्रॉनिक और कंप्यूटर एंड साइंस विभाग की भी मदद ली जाएगी। इतना ही नहीं बल्कि इस चिप के निर्मित होने से जहां गाड़ियों की बैटरी की चार्जिंग क्षमता में भी वृद्धि होगी, तो दूसरी ओर चिप लगने से बैटरियों की लाइफ भी बढ़ेगी। आगामी समय में ट्रिपल आईटी ऊना इस कार्य में एमटेक विभाग के प्रशिक्षु इंजीनियरों को भी साथ में शामिल करेगा।
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