यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 10-08-2025
शिमला के बिशप कॉटन बोर्डिंग स्कूल से मालरोड पर घूमने आए तीन बच्चों का शिमला से अपहरण किया गया था। इन बच्चों को अपहरणकर्ता ऊपरी शिमला के कोटगढ़ के चैथला में ले गया था। पुलिस ने उन्हें चैथला से बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अपहरणकर्ता बच्चों की एवज में परिवार के सदस्यों से बड़ी रकम लेने की फिराक में था। बच्चों के साथ पुलिस ने 45 वर्षीय सुमित सूद नाम के एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों को अपहरण की आशंका है , हालाँकि किन परिस्थितियों में छात्र कोटखाई पहुँचे , उनकी जांच जारी है। पुलिस और जानकारी जुटाने के लिए बच्चों से भी पूछताछ कर रही है। अधिकारियों के अनुसार सबसे पहले दिल्ली के पंजीकरण नंबर वाली एक गाड़ी को स्कूल के सामने से गुजरते और नारकंडा की ओर जाते हुए देखा गया , जिससे पुलिस को संदेह पैदा हुआ। इस गाड़ी का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
गौरतलब है कि बचाए गए छात्रों में से एक कथित तौर पर पंजाब के शिक्षा मंत्री के चचेरे भाई का बेटा है। यह घटना शनिवार दोपहर की है , जब स्कूल की छुट्टी होने के कारण कई छात्र दोपहर 12 बजे के आसपास मॉल रोड की ओर टहलने गए थे। हालांकि 11 साल के और छठी कक्षा में पढ़ने वाले तीन लड़के वापस नहीं लौटे। लापता छात्र कुल्लू , मोहाली और करनाल के रहने वाले हैं। छात्रों के परिवारों को कथित तौर पर एक अज्ञात अमेरिकी मोबाइल नंबर से कॉल आए , जिससे फिरौती की मांग की आशंका पैदा हो गई, हालांकि पुलिस ने कहा है कि उनके पास इस दावे के समर्थन में कोई पुष्ट जानकारी नहीं है। हिमाचल प्रदेश लंबे समय से एक शांतिपूर्ण और अपराध-मुक्त राज्य के रूप में जाना जाता रहा है। हालांकि, इस तरह की घटना ने चिंता पैदा कर दी है कि इस तरह के संदिग्ध अपहरण से उस छवि पर दाग लग सकता है, खासकर नाबालिगों की संलिप्तता और पीड़ितों में से एक के हाई-प्रोफाइल स्वभाव को देखते हुए।
गौर हो कि बिशप कॉटन स्कूल ( बीसीएस ) के यह तीनों छात्र शनिवार को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट पर स्कूल से पास आउट लेकर निकले थे , लेकिन शाम जब 5:00 बजे तक वापस नहीं लौटे तो बिशप कॉटन स्कूल, शिमला के प्रधानाचार्य मैथ्यू पी जॉन की लिखित शिकायत पर पुलिस स्टेशन न्यू शिमला में एफआईआर नंबर 20/2025, धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने विभिन्न टीमों का गठन किया और लापता लड़कों को ट्रैक करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की। विशिष्ट सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस टीमों ने कोटखाई क्षेत्र के पास एक घर को चिन्हित किया, जहां से रविवार सुबह छात्रों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है। शिमला जिला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने खुद तीनों बच्चों से बात की है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं। बच्चों से बातचीत करने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
पुलिस के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा है। इसके बाद ही आरोपी से पूछताछ शुरू कर अपहरण के कारणों व मंशा के बारे में पता लगाया जाना है। पुलिस इस मामले की तह तक जांच करेगी। शिमला में अभी तक यह अपहरण का बड़ा मामला है। शिमला में हॉस्टल सुविधा वाले सभी बड़े स्कूलों के बच्चे महीने या दो सप्ताह में एक बार माल रोड पर आउटिंग के लिए आते हैं। इससे पहले ऐसा कोई भी मामला नहीं आया था। शनिवार को यह पहला मामला आया है। अब बच्चों को आउटिंग पर भेजने से पहले भी स्कूल प्रबंधन डरेगा। इसके लिए उन्हें नए नियम बनाने पड़ सकते हैं। सभी बच्चों को एक साथ भेजने के बजाय एक ही कक्षा के छात्रों को शिक्षकों के साथ आउटिंग के लिए भेजने पर अब स्कूल प्रबंधन विचार कर सकता है।