हिम्मत को सलाम : काफी देर की जद्दोजहद के बाद खुद को मलबे से बाहर निकालने में कामयाब रही दीक्षा
ऐसी ही एक कहानी सराज क्षेत्र के बगस्याड़ के शरण गांव की है, जहां दीक्षा भूस्खलन की चपेट में आ गईं। मलबा उसके गले तक भर गया था, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और काफी देर की जद्दोजहद के बाद खुद को मलबे से बाहर निकालने में कामयाब रही

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 03-07-2025
भारी बारिश के बाद हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र में हालात बेहद खराब हैं। जगह-जगह भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। कई घर तबाह हो चुके हैं और लोग अपनों को ढूंढने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इस आपदा में कई कहानियां डर और हिम्मत की सामने आ रही हैं।
ऐसी ही एक कहानी सराज क्षेत्र के बगस्याड़ के शरण गांव की है, जहां दीक्षा भूस्खलन की चपेट में आ गईं। मलबा उसके गले तक भर गया था, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और काफी देर की जद्दोजहद के बाद खुद को मलबे से बाहर निकालने में कामयाब रही। दीक्षा की इस साहसिकता की खबर फैलते ही बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर स्वयं उसका हालचाल जानने पहुंचे।
उन्होंने दीक्षा से पूरी आपबीती सुनी और उसकी बहादुरी की सराहना करते हुए पीठ थपथपाई। दीक्षा ने बताया कि मंगलवार को भारी बारिश के बाद वह अचानक भूस्खलन की चपेट में आ गई थी, लेकिन उसने हार नहीं मानी।
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