तुर्कीये के पाकिस्तान को ड्रोन देने पर बोले AICC प्रवक्ता कब तक सांप को पिलाएंगे दूध : कुलदीप सिंह राठौर
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव स्थिति के दौरान तुर्कीये के पाकिस्तान को ड्रोन भेजने पर AICC प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि भारत को विदेश नीति पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 12-05-2025
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव स्थिति के दौरान तुर्कीये के पाकिस्तान को ड्रोन भेजने पर AICC प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि भारत को विदेश नीति पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि तुर्कीये ने संकट की घड़ी में दुश्मन देश का साथ दिया ऐसे में कब तक सांप को दूध पिलाया जाए।
राठौर ने तुर्की के साथ व्यापार समझौता तोड़ने और सेब के आयात पर रोक लगाने की मांग की है। AICC प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने शिमला में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि 2023 में तुर्कीये में आए भूकंप के दौरान भारत ने मानवता का परिचय दिया. भारत ने सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाया और गरुड़ एरो स्पेस ड्रोन भेजे. लेकिन, तुर्कीये ने इसका प्रत्युत्तर संकट की घड़ी में पाकिस्तान को ड्रोन भेजकर दिया।
तुर्कीये और पाकिस्तान मिलकर 5वीं पीढ़ी के ड्रोन बना रहे हैं. ऐसे में भारत की विदेश नीति पर प्रश्न खड़ा होता है कि क्या ऐसे देशों से व्यापार जारी रखना चाहिए. उन्होंने बताया कि 12,29,262 मेट्रिक टन तुर्कीये से सेब आयात हुआ. इसकी कीमत ₹822 करोड़ है।
हिमाचल और जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था सेब पर निर्भर है. ऐसे में तुर्कीये से सेब आयात यहां के किसानों के साथ अन्याय है. कुलदीप राठौर ने मांग की है कि केंद्र सरकार को भारत की विदेशनीति पर पुनर्विचार करने की जरूरत है. उन्होंने तुर्कीये के साथ व्यापार समझौता तोड़ने की मांग की।
वहीं, भारत-पाकिस्तान के बीच सीज़फायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के ट्वीट पर AICC प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने प्रतिक्रिया दी है. कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की ओर से दिया गया बयान अजीब है. भारत और पाकिस्तान के बीच मामला द्विपक्षीय है. संसद में इसको लेकर प्रस्ताव भी पारित हुआ है।
डोनाल्ड ट्रंप का इस मामले पर ट्वीट संसद के प्रस्ताव के ख़िलाफ़ है. कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि कांग्रेस ने इस संकट की घड़ी में केंद्र सरकार और ऑपरेशन सिंदूर को समर्थन दिया है. कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर संसद सत्र बुलाने की अपील की है. पूरे विषय पर संसद में चर्चा होनी चाहिए।
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