यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 07-01-2024
राज्य सरकार विद्यार्थियों को उनके घर-द्वार पर बेहतर शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है। यह बात विधायक चंद्रशेखर ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धर्मपुर में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कही। विधायक ने कहा कि राज्य सरकार का मुख्य ध्येय वर्तमान शैक्षणिक संस्थानों के आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करना है जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा सके। विधायक चंद्रशेखर ने विद्यार्थियों को अनुशासन व निष्ठा से अपने भविष्य के प्रति कृतसंकल्पित होने का आह्वान किया।
उन्होंने पढ़ाई के साथ साथ खेलों को भी जीवन में समझौता करने का आग्रह किया। उन्होंने शिक्षकों को शिक्षा में गुणवत्ता लाने, तकनीकी शिक्षा की तरफ बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही राष्ट्र निर्माता है तथा प्रत्येक बच्चे को सही शिक्षा और अच्छे व्यक्तित्व निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका है। अच्छा शिक्षक ही विद्यार्थी को तराश कर जीवन में सही मुकाम तक पहुँचाता है। उन्होंने कहा कि संस्थान में बिताया अध्ययन काल विद्यार्थियों को जीवन की चुनौतियों के लिए भी तैयार करता है। उन्होंने कहा कि धर्मपुर आने वाले समय में एक बहुत बड़े समारोह का गवाह बनने जा रहा है, जिसके लिए धर्मपुर को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा।
इसके लिए माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार जताया। विधायक ने इस अवसर पर मेधावी छात्रों और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर विधायक ने विद्यालय की चारों ओर सुरक्षा दीवार लगाने, मंच और शौचालय कार्य को मार्च माह तक पूरा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। विधायक ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए विद्यार्थियों को 11000 रुपये भी दिए।
पारितोषिक वितरण कार्यक्रम में सेवानिवृत्त कर्नल रूप सिंह, सेवानिवृत प्रिंसिपल सुंदर सिंह कटवाल, इन्द्र सिंह कटवाल, पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष बिहारी लाल, एसएमसी अध्यक्ष रणजीत सिंह, व्यापार मंडल प्रधान राज कुमार सोनी, राहुल सकलानी , रमेश तपवाल , राकेश शर्मा, धर्मपुर पंचायत प्रधान ज्योति देवी, उप प्रधान राकेश सकलानी, विद्यालय के अध्यापक, विद्यार्थी और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।