महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर आईआईटी कानपुर की 20 सदस्यीय टीम कर रही रिसर्च , तैयार होगी वर्ल्ड गाइड बुक

संगम पर लगे विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक-धार्मिक महत्व के महाकुंभ के प्रबंधन के आधार पर योगी आदित्यनाथ सरकार दुनिया को वर्ल्ड गाइड बुक के रूप में अनूठा तोहफा देगी। एक तट पर संस्कृतियों, संप्रदायों, मतों, विचारों और संतों-भक्तों के अद्भुत समागम को लेकर वैश्विक स्तर पर सुर्खियां बटोरने वाले महाकुंभ की सुरक्षा, स्वच्छता, सेवा, अतिथि सत्कार, सफाई, यातायात और साज-सज्जा पर शोधपरक अध्ययन कर खास रिपोर्ट तैयार की गई है

Feb 19, 2025 - 11:46
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महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर आईआईटी कानपुर की 20 सदस्यीय टीम कर रही रिसर्च , तैयार होगी वर्ल्ड गाइड बुक
न्यूज़ एजेंसी - प्रयागराज  19-02-2025
संगम पर लगे विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक-धार्मिक महत्व के महाकुंभ के प्रबंधन के आधार पर योगी आदित्यनाथ सरकार दुनिया को वर्ल्ड गाइड बुक के रूप में अनूठा तोहफा देगी। एक तट पर संस्कृतियों, संप्रदायों, मतों, विचारों और संतों-भक्तों के अद्भुत समागम को लेकर वैश्विक स्तर पर सुर्खियां बटोरने वाले महाकुंभ की सुरक्षा, स्वच्छता, सेवा, अतिथि सत्कार, सफाई, यातायात और साज-सज्जा पर शोधपरक अध्ययन कर खास रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट के आधार पर मार्च के अंत तक वर्ल्ड गाइड बुक तैयार कर ली जाएगी। यह गाइड बुक आने वाले समय में महाकुंभ सरीखे विश्व स्तरीय आयोजनों की सफलता के लिए मददगार साबित होगी। महाकुंभ के आयोजन की समीक्षा कर रिपोर्ट तैयार करने और विश्व गाइड बुक बनाने का निर्णय मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो.मणींद्र अग्रवाल की मौजूदगी में लिया गया है। 
मेला प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक प्रबंधन की दृष्टि से संगम तट पर होने वाले अब तक उज्जैन, नासिक, हरिद्वार और प्रयागराज में हुए कुंभ मेलों की गिनती दुनिया के कुछ चुनिंदा आयोजनों में की जा सकती है, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या और प्रबंधन के लिहाज से इस बार का महाकुंभ सबसे बड़ा साबित हो सकता है। आईआईटी कानपुर इस वैश्विक आयोजन के हर पहलू का अध्ययन रिपोर्ट तैयार कर रहा है। आईआईटी कानपुर के इकोनॉमिक्स , इलेक्ट्रिकल और टेक्निकल समेत अन्य विभागों के 20 फैकल्टी मेंबर महाकुंभ के प्रबंधन पर अध्ययन के लिए लगाए गए हैं। आईआईटी में अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों को इसमें शामिल किया गया है। महाकुंभ के प्रबंधन की विशेषताओं पर आधारित रिपोर्ट के जरिए देश-दुनिया में भविष्य में होने वाले ऐसे आयोजनों के लिए यह एक तरह की अनूठी गाइड बुक होगी। 
मेला प्रशासन से जुड़े एक अफसर ने बताया कि 2019 में आईआईएम बेंगलुरु ने कुंभ के प्रबंधन की खूबियों पर अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार की थी, लेकिन उसमें इंजीनियरिंग का पहलू शामिल नहीं था। आईआईटी कानपुर की टीम मोबाइल कंपनियों के टावर का डाटा जुटाने के साथ ही बसों-ट्रेनों में टिकट बिक्री, ई-पेमेंट, साइबर सुरक्षा, पेंट माय सिटी, जीएसटी संग्रह और टोल कलेक्शन का अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार कर रही है। इसके लिए कई बार आईआईटी के विशेषज्ञों ने कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद के अलावा प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अन्य अफसरों के साथ बैठक कर जरूरी जानकारियां जुटाई हैं। लिडार तकनीक से भीड़ प्रबंधन, प्रदूषण और तकनीकी पहलुओं का परीक्षण कराया गया है। 
महाकुंभ में लगाए गए कैमरों और अन्य तकनीकी साधनों को भी परखा गया है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई महत्वपूर्ण डेटा लीक नहीं होने पाएगा। आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने बताया कि आने वाले समय में विश्व में होने वाले बड़े आयोजनों की सफलता के लिए महाकुंभ के आयोजन के प्रबंधन के आधार पर वर्ल्ड गाइड बुक बनाने का जिम्मा मिला है। इसके लिए अलग-अलग टीमें अध्ययन में लगाई गई हैं। मेला प्रशासन के साथ इस पर कई बैठकें हो चुकी हैं। मार्च के अंत तक वर्ल्ड गाइड बुक तैयार होने की उम्मीद है। यह वैश्विक आयोजनों के लिए अपने तरह की पहली गाइड बुक होगी। 

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