जातीय भेदभाव के बाद बच्चे की आत्महत्या मामले में बच्चे को न्याय दिलाने सड़कों पर उतरी भारतीय मार्क्सवादी पार्टी
हिमाचल प्रदेश के ज़िला शिमला के रोहड़ू क्षेत्र में कथित तौर पर जातीय भेदभाव के बाद बच्चे की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता हुआ नज़र आ रहा है. छोटे बच्चे को न्याय दिलाने के लिए भारतीय मार्क्सवादी पार्टी सड़कों पर उतर आयी

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 06-10-2025
हिमाचल प्रदेश के ज़िला शिमला के रोहड़ू क्षेत्र में कथित तौर पर जातीय भेदभाव के बाद बच्चे की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता हुआ नज़र आ रहा है. छोटे बच्चे को न्याय दिलाने के लिए भारतीय मार्क्सवादी पार्टी सड़कों पर उतर आयी है।
शिमला में भी विभिन्न दलित अधिकार से जुड़े संगठनों के साथ मार्क्सवादी पार्टी ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान मार्क्सवादी नेता राकेश सिंघा और संजय चौहान ने कहा कि आज़ादी के 78 साल बाद उन्हें इस तरह की घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
रोहड़ू में बच्चे के साथ जातीय आधार पर भेदभाव किया गया और उसे आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा. इसी तरह कुल्लू दशहरा में अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले अधिकारी को भीड़ ने अपना शिकार बना लिया।
मार्क्सवादी नेता राकेश सिंघा और संजय चौहान ने कहा कि देश का संविधान हर नागरिक को समानता का अधिकार देता है. आज भी देश में जातीय और क्षेत्र के आधार पर होने वाली भेदभाव की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. मार्क्सवादी पार्टी ने मांग उठायी है कि इस पूरे मामले में त्वरित न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
राकेश सिंघा ने कहा कि कुछ लोग छोटे बच्चे की चोरी की आदत का हवाला दे रहे हैं, जबकि पुलिस के पास इस संबंध में किसी तरह की कोई FIR दर्ज नहीं है. उन्होंने कहा कि इस घटना में SC-ST एक्ट के तहत सख़्त कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए.
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