धराली में बादल फटने से भारी तबाही , सैलाब से हाहाकार , चार की मौत , कई लोग मलबे में दबे  , सरकार ने केंद्र से दो एमआई और एक चिनूक हेलिकॉप्टर मांगा

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की एक भयावह घटना ने गंगोत्री मार्ग पर स्थित धराली क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है। यह घटना माँ गंगा के मायके मुखबा के निकट धराली में हुई , जहां खीर गंगा नदी में अचानक मलबे का सैलाब आने से कई घर और होटल बह गए। डीएम प्रशांत आर्य ने बताया की धराली आपदा में अब तक चार लोगों की मौत हुई है। जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना है

Aug 5, 2025 - 16:36
Aug 5, 2025 - 16:37
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धराली में बादल फटने से भारी तबाही , सैलाब से हाहाकार , चार की मौत , कई लोग मलबे में दबे  , सरकार ने केंद्र से दो एमआई और एक चिनूक हेलिकॉप्टर मांगा
 
यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून  05-08-2025
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की एक भयावह घटना ने गंगोत्री मार्ग पर स्थित धराली क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है। यह घटना माँ गंगा के मायके मुखबा के निकट धराली में हुई , जहां खीर गंगा नदी में अचानक मलबे का सैलाब आने से कई घर और होटल बह गए। डीएम प्रशांत आर्य ने बताया की धराली आपदा में अब तक चार लोगों की मौत हुई है। जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना है। पानी का सैलाब गांव की तरफ आते ही लोगों में चीख पुकार मच गई। कई होटलों में पानी और मलबा घुस गया है। धराली बाजार पूरी तरह तबाह हो गया है। कई होटल दुकानें ध्वस्त हो चुकी है। 
उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। मंगलवार सुबह ही उत्तरकाशी बड़कोट तहसील क्षेत्र के बनाल पट्टी में भारी अतिवृष्टि होने से चपेट में आई करीब डेढ़ दर्जन बकरियां कुड गदेरे में बह गई। कुड गदेरा उफान पर आने से अफरा तफरी मच गई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल ने बताया, प्रदेश भर में 10 अगस्त तक भारी बारिश होने की संभावना है। खासकर पर्वतीय इलाकों में तेज दौर की बारिश के आसार हैं। वहीं, बारिश की वजह से सुरक्षा को देखते हुए देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार में मंगलवार को भी स्कूल बंद रहेंगे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। 
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि घटना में कुछ श्रमिकों के लापता होने की सूचना प्राप्त हुई है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य दल घटनास्थल पर पहुंचकर सघन राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ , एनडीआरएफ, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित टीमें युद्ध स्तर पर जुटी हुई हैं। इस सम्बन्ध में लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क में हूं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के पास उत्तरकाशी में बादल फटने की प्राथमिक सूचना प्राप्त हुई है। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने भारत सरकार को दो एमआई और एक चिनूक हेलिकॉप्टर राहत और बचाव कार्य के लिए देने का अनुरोध किया है। 
गौर हो कि बीती देर रात से हो रही बारिश के कारण स्यानाचट्टी के पास यमुनोत्री हाईवे का करीब 25 मीटर हिस्सा धंस गया है जिससे आवाजाही बंद हो गई है। वहीं स्यानाचट्टी के एक और पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे हैं। उधर, गंगोत्री हाईवे सुबह से दोपहर तक कई स्थानों पर अवरुद्ध रहा। इस वर्ष का मानसून की बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे पर परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते रविवार देर रात से जारी बारिश के कारण ओजरी डाबरकोट, स्यानाचट्टी के पास मलबा, बोल्डर गिरने से सड़क पर आवाजाही बंद हो गई थी। वहीं स्यानाचट्टी के दूसरी ओर कुपड़ा मोटर मार्ग के समीप करीब 25 मीटर सड़क धंसने से परेशानी बढ़ गई है। 
एनएच विभाग की ओर से ओजरी डाबरकोट सहित पाली गाड और स्यानाचट्टी के समीप एक स्थान पर आवाजाही शुरू करवा दी गई लेकिन सड़क करीब 25 मीटर धंसने से एनएच विभाग की मशीनरी को मार्ग खोलने में परेशानी हो रही है। ईई मनोज रावत मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि बारिश के चलते हाईवे खोलने में दिक्कत आ रही है। हाईवे धंसने वाली जगह पर शाम तक अंदर की ओर थोड़ा बहुत कटिंग कर छोटे वाहनों को निकालने का प्रयास किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर गंगोत्री हाईवे पर भी सुबह से दोपहर के बीच में डबराणी सहित नाग मंदिर और नेताला के समीप करीब एक से दो घंटे तक मलबा आने के कारण आवाजाही बंद रही। बीआरओ की ओर से उसे खुलवा कर आवागमन सुचारू किया गया।

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