यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 21-06-2024
अपने हकों को पाने के लिए सिरमौर के गिरिपार का हाटी समुदाय सुप्रीम लड़ाई लड़ेगा। इस समुदाय से जुड़े छात्र राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे और आयोग के माध्यम से अपने हितों की पैरवी करेंगे। वे आयोग से गुहार लगाएंगे कि उनके हितों की रक्षा की जाए। इसी राष्ट्रीय आयोग के माध्यम से प्रोविजनल सर्टिफिकेट जारी करवाने की मांग रखेंगे।
इस संबंध में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हाटी संगठन की पहल पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष डॉ. अमी चंद कमल, कर्नल नरेश चौहान, हाटी समिति शिमला के अध्यक्ष डॉ. रमेश सिंगटा, महासचिव खजान ठाकुर, कोषाध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा ने विशेषतौर पर हिस्सा लिया। बैठक में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए डॉ. अमी चंद कमल ने कहा कि वह कानूनी जंग लड़ रहे हैं, इसमें छात्र समुदाय का सहयोग अपेक्षित रहेगा। कार्यक्रम में यह तय हुआ कि सिरमौर के सभी कॉलेजों में हाटी छात्र संगठन की इकाइयां गठित की जाएंगी।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हाटी छात्र संगठन पहली बार गठित हुआ है। केंद्रीय हाटी समिति के निर्देश पर यह पहल हुई है। संगठन के अध्यक्ष अनिल चौहान महासचिव समीर ठाकुर हैं। इस मौके पर कर्नल नरेश चौहान ने हाटी मामले तक अब तक हुई प्रगति की जानकारी दी। डॉ. अमी चंद कमल ने कहा कि वह समाज को जोड़ने में भरोसा रखते हैं तोड़ने में नहीं, हाटी समिति सामाजिक ताना-बाना बरकरार रखने और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात समाज के बीच रखती रही है।
हाटी समिति शिमला के अध्यक्ष डॉ रमेश सिंगटा ने छात्रों का आह्वान किया कि वे हाटी मुद्दे पर अग्रिम पंक्ति में खड़े रहे,समिति हर संभव सहयोग करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि हाटी मामला लटकाने और भटकाने से छात्रों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। ज्यादा समय तक ऐसा करना बर्दाश्त नहीं होगा, इसके लिए फिर से जनता को जागरूक करने की जरूरत है।