यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर 14-10-2025
सीडीपीओ कार्यालय टौणी देवी ने मंगलवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय समीरपुर और टौणी देवी में मानसिक स्वास्थ्य के संबंध में विद्यार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किए। इस अवसर पर सीडीपीओ कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि युवा छात्र अपने व्यक्तिगत, व्यावसायिक और शैक्षणिक जीवन में विभिन्न कारणों से तनाव का अनुभव करते हैं। कठिन प्रतिस्पर्धा और लक्ष्य हासिल करने के दबाव के चलते शैक्षणिक सफलता और मानसिक स्वास्थ्य के बीच संतुलन बिठाना युवा छात्रों के लिए एक चुनौती बन जाता है। इस ओर उपयुक्त ध्यान न देने पर कई बार यह मानसिक विकारों का कारण बन जाता है।
उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य की बेहतर समझ छात्रों को तनाव और अवसाद जैसी समस्याओं से निपटने में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने में मदद कर सकती है। उन्होंने कहा कि तनाव एवं मानसिक स्वास्थ्य में पारिवारिक एवं सामाजिक स्तर पर मिलने वाला भावनात्मक समर्थन, देखरेख तथा स्वीकृति सामान्य शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार के रोगों से उबरने में उल्लेखनीय सुधार कर सकती है। इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित मनोविज्ञानी शीतल वर्मा ने कहा कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य एक दूसरे से गहराई से जुड़े हैं तथा एक दूसरे को प्रभावित करते हैं। इसके बावजूद अधिकांश लोग मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं लेने में शर्म महसूस करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें समाज कमजोर या असामान्य समझेगा।
मानसिक स्वास्थ्य की समस्या से निपटने के लिए मनोवैज्ञानिक से मिलना वैसे ही है जैसे खेल में लगने वाली चोट से उबरने के लिए फिजियोथैरेपिस्ट से मिलना। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार शैक्षणिक सलाहकार अथवा कॅरियर काउंसलर छात्रों को आने वाली समस्याओं को दूर करने और प्रश्नों का उत्तर देने में मदद करके उनका आत्मविश्वास बढ़ाता है। इस प्रकार मनोवैज्ञानिक आपको अपने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने में मदद करता है। उन्होंने युवा छात्रों को श्वास, योग और ध्यान क्रियाओं के माध्यम से अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने तथा तनाव को कम करने का भी अभ्यास करवाया।