प्रदेश के 124 पीएम श्री स्कूलों में यूनेस्को का फ्यूचर कार्यक्रम होगा शुरू,खेलों के माध्यम से करवाई जाएगी पढ़ाई    

हिमाचल प्रदेश के 124 पीएम श्री स्कूलों में यूनेस्को का फ्यूचर कार्यक्रम शुरू होगा। इसमें विद्यार्थियों को 21वीं सदी की कौशल एवं दक्षता आधारित शिक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी। खेलों के माध्यम से पढ़ाई करवाई जाएगी

Sep 11, 2025 - 20:21
Sep 11, 2025 - 20:37
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प्रदेश के 124 पीएम श्री स्कूलों में यूनेस्को का फ्यूचर कार्यक्रम होगा शुरू,खेलों के माध्यम से करवाई जाएगी पढ़ाई    

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला     11-09-2025

हिमाचल प्रदेश के 124 पीएम श्री स्कूलों में यूनेस्को का फ्यूचर कार्यक्रम शुरू होगा। इसमें विद्यार्थियों को 21वीं सदी की कौशल एवं दक्षता आधारित शिक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी। खेलों के माध्यम से पढ़ाई करवाई जाएगी। 

कार्यक्रम शुरू होने से पहले चयनित स्कूलों के स्टाफ सहित सभी हितधारकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। वीरवार को राज्य सचिवालय में शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने बैठक की समीक्षा करते हुए कार्यक्रम को चरणबद्ध ढंग से लागू करने के निर्देश दिए।

फ्यूचर (अपस्किलिंग, शिक्षक उत्कृष्टता, समझ, तत्परता, समानता और स्थिरता के लिए फाउंडेशन) कार्यक्रम की पहली स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में वर्क प्लान की प्रस्तुति दी गई। शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने कहा कि हिमाचल की यूनेस्को के साथ यह साझेदारी दीर्घकालिक होगी। देश में पहली बार हिमाचल में यह कार्यक्रम लागू किया जा रहा है। 

इसका सफल क्रियान्वयन अन्य राज्यों के लिए भी मार्गदर्शक सिद्ध होगा। स्कूल शिक्षा निदेशालय, समग्र शिक्षा और एससीईआरटी और डाइट इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम को मिलकर लागू करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षकों का चयन सावधानीपूर्वक होगा ताकि केवल योग्य प्रशिक्षक ही इस कार्यक्रम को सही मायनों में आगे बढ़ा सकें। 

उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूलों के पूरे स्टाफ को प्रशिक्षित किया जाए और एसएमसी, पीटीए सहित अन्य हितधारकों को भी कार्यक्रम के बारे में जागरूक किया जाए। राकेश कंवर ने कहा कि कार्यक्रम इस प्रकार लागू हो कि बच्चों पर अतिरिक्त शैक्षणिक बोझ न पड़े, बल्कि गतिविधियां उन्हें आनंद के साथ सीखने के लिए प्रेरित करें। 

खेल गतिविधियों में बच्चों को केवल स्थानीय स्तर तक सीमित न रखकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों से भी जोड़ा जाए ताकि उनकी बौद्धिक क्षमता का विस्तार हो सके। समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि हिमाचल में पहले से ही सामाजिक-भावनात्मक-नैतिक शिक्षा, ग्रीनिंग ऑफ स्कूल्स और ईको क्लब जैसी पहलें चल रही हैं। फ्यूचर कार्यक्रम में इन सभी की वर्तमान स्थिति और विद्यार्थियों पर उनके प्रभाव का आकलन किया जाएगा। शिक्षकों में विकसित दक्षताओं का भी मूल्यांकन किया जाएगा।

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