हिन्दी केवल एक भाषा नहीं , हमारी संस्कृति , परंपरा और एकता की पहचान है , स्कूली बच्चों को बताया हिन्दी का महत्व

सोलन के सीनियर सेकेंडरी स्कूल भोज आंजी में शुक्रवार को हिन्दी दिवस  मनाया गया। स्कूल की कार्यकारी प्रिंसिपल कल्पना परमार ने बताया कि इस मौके पर स्कूली बच्चों को हिन्दी के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हिन्दी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और एकता की पहचान है। हिन्दी भाषा हमें आपस में जोड़ती है।

Sep 12, 2025 - 19:15
Sep 12, 2025 - 19:40
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हिन्दी केवल एक भाषा नहीं , हमारी संस्कृति , परंपरा और एकता की पहचान है , स्कूली बच्चों को बताया हिन्दी का महत्व
 
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  12-09-2025

सोलन के सीनियर सेकेंडरी स्कूल भोज आंजी में शुक्रवार को हिन्दी दिवस  मनाया गया। स्कूल की कार्यकारी प्रिंसिपल कल्पना परमार ने बताया कि इस मौके पर स्कूली बच्चों को हिन्दी के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हिन्दी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और एकता की पहचान है। हिन्दी भाषा हमें आपस में जोड़ती है। 
स्कूल के अध्यापक रमेश शास्त्री ने बताया कि आज हम यहां हिन्दी दिवस माने के लिए एकत्रित हुए हैं। 14 सितंबर 1949 को हमारी संविधान सभा ने हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था तभी से इस दिन को हम हर साल हिन्दी दिवस के रूप में मनाते हैं। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर हिन्दी का प्रचार-प्रसार करें और इसे अपने दैनिक जीवन में अधिक से अधिक प्रयोग करें। यही हिन्दी दिवस मनाने का असली उद्देश्य है। 
भाषा एवं संस्कृति विभाग सोलन की ओर से कला केंद्र कोठों में हिन्दी पखवाड़े के तहत आयोजित भाषण, प्रश्नोत्तरी व निबंध लेखन प्रतियोगिता में सीनियर सेकेंडरी स्कूल भोज-आंजी ने बेहतर प्रदर्शन किया। स्कूल की जमा दो की छात्रा दिव्या ने निबंध लेखन प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया। स्कूल की दसवीं कक्षा की छात्रा दीक्षिता ने भाषण प्रतियोगिता में दूसरा और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में स्कूल की खुशी ठाकुर को सांत्वना पुरस्कार मिला। स्कूल की प्रात:कालीन सभा में तीनों छात्राओं को सम्मानित किया गया।

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