यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 12-11-2025
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर आए दिन संस्थाओं को मर्ज करने और अपनी जिम्मेदारियों से दूर भागने के आरोप लगाए हैं। डॉ राजीव बिंदल नाहन में आज मीडिया से बात कर रहे थे। मीडिया से बात करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू संस्थाओं को मर्ज करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों के पास भवन और अध्यापकों की कमी है उन स्कूलों को दूसरे स्कूलों में मर्ज किया जा रहा है। जबकि जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है उनको पहले से ही मर्ज करने का काम पहले से ही चला हुआ है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह केवल अपनी जिम्मेदारियों से भागने का कोशिश सरकार द्वारा की जा रही है जिसका ठीकरा भारतीय जनता पार्टी पर फोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता यह जानना चाहती है कि सरकार ने इन 3 वर्षों में कौन सी जन कल्याणकारी योजनाएं शुरू की है। मेडिकल कॉलेज को शिफ्ट करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार यदि किसी कार्य को नहीं करना चाहती है तो उसके लिए कमेटी का गठन किया जाता है जो अपनी रिपोर्ट सरकार के समक्ष रखती है और उस पर आगामी कार्य किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस बीच जो जिला सिरमौर के हजारों लोगों को नुकसान हुआ है उसकी प्रतिपूर्ति नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि यदि भवन को शिफ्ट करना ही था तो सरकार के बनते ही कमेटी का गठन किया जाना चाहिए था ताकि समय रहते सभी औपचारिकताएं पूरी हो पाती। बिंदल ने कहा कि तीन वर्षों के कार्यकाल में प्रदेश की कांग्रेस सरकार एक भी जनकल्याणकारी योजना शुरू नहीं कर पाई है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूर्व की सरकार द्वारा शुरू की गई हिम केयर योजना को बंद कर दिया गया है साथ ही आयुष्मान भारत योजना के तहत भी लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जिसके कारण मरीजों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। इसके अलावा 108 एंबुलेंस सेवा भी हाँपती हुई नजर आ रही है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ना तो युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवा पाई ना ही महिलाओं के लिए कोई योजना शुरू कर पाई और ना ही किसानों के लिए कोई ठोस कार्य कर पाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर केवल संस्थाओं को बंद कर रही है जो व्यवस्था परिवर्तन की बजाय व्यवस्था का पतन है। डॉ.राजीव बिंदल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार 3 वर्ष पूर्ण होने पर भी असहाय प्रतीत हो रही है। तीन साल के बाद भी मुख्यमंत्री , उप मुख्यमंत्री और मंत्रीगण एक ही राग अलापते हुए दिखाई देते हैं और वो है भारतीय जनता पार्टी का नाम। तीन साल के कार्यकाल के बाद भी सरकार ने एक भी जन कल्याणकारी योजना शुरू नहीं की है। डॉ. बिन्दल ने कहा कि स्वास्थ्य का क्षेत्र अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है।
हिमकेयर योजना जिसका लाभ लाखों प्रदेशवासियों को मिल रहा था, उस लाभ से वंचित करने के बाद भी यह सरकार कोई नई योजना नहीं ला पाई। आयुष्मान भारत केन्द्र सरकार की योजना है उसका लाभ भी हिमाचल के जनमानस को नहीं मिल रहा है और हिमाचल का मरीज दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। 108 एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह पटरी से उतर गई है, अपने समय को पकड़ नहीं पा रही और कॉल करने पर 2-3 घंटे से पहले पहुंचती नहीं है। डॉ. बिंदल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पूर्व भाजपा सरकार की हिमकेयर योजना बंद कर दी, केंद्र की आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल रहा और स्वयं एक भी नई योजना शुरू नहीं की और प्रदेश की जनता सरकार के तीन साल बीत जाने के बाद भी खाली हाथ बैठी है। उन्होंने कहा कि युवाओं और बेरोजगारों के कल्याण के लिए पिछले तीन सालों में प्रदेश की सरकार ने एक भी योजना शुरू नहीं की।
प्रदेश का बेरोजगार जो इस उम्मीद में था कि मुझे पहली कैबिनेट में एक लाख सरकारी नौकरी और 5 लाख रोजगार मिलेंगे, परन्तु तीन साल बाद भी न उसे नौकरी मिली और न ही रोजगार मिला और न ही कोई ऐसी योजना मिली जिसके बल पर वो स्वयं को आगे बढ़ा सके। डाॅ. बिन्दल ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए भी यह सरकार कोई योजना शुरू नहीं कर सकी, गरीबों के कल्याण के लिए भी कोई योजना शुरू नहीं की और यदि कोई योजना इस सरकार ने शुरू की है तो वो है संस्थानों को बंद करने की योजना। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जो व्यवस्था परिवर्तन की बात कर रहे हैँ, सच्चाई से पूरी तरह अनभिज्ञ है, क्योंकि उनके अधिकारी या उनके सहयोगी उनको हकीकत बता नहीं रहे हैं कि प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन नहीं बल्कि व्यवस्था पतन हो रहा है।