चूड़धार समेत सिरमौर की ऊँची पहाड़ियों पर हिमपात , शीतलहर की चपेट में समूचा जिला , बर्फबारी के बीच परीक्षा देने छात्र

जिला सिरमौर व शिमला की सबसे उंची चोटी चूड़धार समेत जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्र नौहराधार , चाबधार हरिपुरधार आदि क्षेत्रों में हल्की हल्की बर्फबारी गिरनी शुरू हो गई है। यह सीजन का दूसरा हिमपात है। इससे पहले 8 व 9 दिसंबर को पहला हिमपात हुआ था। बता दें कि मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई है। सुबह से ही क्षेत्र में काले बादलों ने डेरा जमाया व साढ़े दस बजे के बाद आसमान से बर्फ के फाहे गिरने शुरू हो गए। जिसके चलते ठंड का अत्यधिक प्रकोप बढ़ गया है

Dec 23, 2024 - 18:10
Dec 23, 2024 - 18:37
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चूड़धार समेत सिरमौर की ऊँची पहाड़ियों पर हिमपात , शीतलहर की चपेट में समूचा जिला , बर्फबारी के बीच परीक्षा देने छात्र
 
यंगवार्ता न्यूज़ - हरिपुरधार  23-12-2024
जिला सिरमौर व शिमला की सबसे उंची चोटी चूड़धार समेत जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्र नौहराधार , चाबधार हरिपुरधार आदि क्षेत्रों में हल्की हल्की बर्फबारी गिरनी शुरू हो गई है। यह सीजन का दूसरा हिमपात है। इससे पहले 8 व 9 दिसंबर को पहला हिमपात हुआ था। बता दें कि मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई है। सुबह से ही क्षेत्र में काले बादलों ने डेरा जमाया व साढ़े दस बजे के बाद आसमान से बर्फ के फाहे गिरने शुरू हो गए। जिसके चलते ठंड का अत्यधिक प्रकोप बढ़ गया है तापमान माइनस डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। 

सिरमौर जिले के सबसे ऊंचे शिखर व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार की चोटियां बर्फ से लकदक हो गई है तो वहीं जिले के मैदानी क्षेत्र में हल्की बारिश शुरू हुई है। सोमवार सुबह से ही तेज हवाएं चल रही थी , जिसके कारण तापमान में भारी गिरवाट आ गई थी। खबर लिखे जाने तक चूड़धार में 10 से 12 सेमी तक ताजा हिमपात हो चुका था। जबकि नौहराधार आदि स्थानों में  दो से तीन इंच बर्फबारी दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक क्षेत्र में बारिश व बर्फबारी की संभावना जताई है। बर्फबारी से कई गांवों में बिजली  की आंखमिचौली का सिलसिला रहा बार बार बिजली गुल होने के कारण लोग ठंड में ठिठुरने के लिए विवश हो गए। 

सोमवार को बर्फबारी ने बच्चों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, ऐसे में बच्चों को कड़ाके की ठंड में पेपर देने पड़ रहे हैं। सोमवार को  को जिला सिरमौर के ऊंचाई वाले नौहराधार, हरिपुरधार, गताधार, डियूड़ी खड़ाह,के बच्चों को पेपर देने में परेशानी उठानी पड़ी। बर्फबारी के दौरान प्राथमिक, उच्च पाठशाला   के बच्चों को ठिठुरते हुए पेपर देने के लिए स्कूल पहुंचना पड़ा व कमकमाते हाथों से परीक्षा देनी पड़ी। यहां तक कि कई छात्रों के अभिभावक बच्चों के साथ स्कूल पहुंचाना पड़ा तो कई जगह शिक्षक ने छात्रों को घर छोड़ा।

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