एम्स बिलासपुर की एक और नई पहल : सांस के रोगियों को अब मिलेगा हाईटेक उपचार
एम्स बिलासपुर स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुरक्षित, आधुनिक और विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। संस्थान के एनेस्थीसिया और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में प्रदेश की पहली उन्नत डिफिकल्ट एयरवे मैनेजमेंट ट्रेनिंग एंड इवैल्यूएशन सिस्टम स्थापित की जाएगी
यंगवार्ता न्यूज़ - बिलासपुर 26-12-2025
एम्स बिलासपुर स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुरक्षित, आधुनिक और विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। संस्थान के एनेस्थीसिया और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में प्रदेश की पहली उन्नत डिफिकल्ट एयरवे मैनेजमेंट ट्रेनिंग एंड इवैल्यूएशन सिस्टम स्थापित की जाएगी।
यह अत्याधुनिक सिम्युलेटर-आधारित प्रणाली जटिल श्वसन और कठिन इंट्यूबेशन मामलों में डॉक्टरों की दक्षता बढ़ाएगी। वहीं, गंभीर मरीजों के उपचार में जोखिम कम होगा और जीवन रक्षा की संभावना बढ़ेगी। यह हाई-टेक प्रणाली मुख्य ऑपरेशन थिएटर (ओटी) कॉम्प्लेक्स के समीप एक समर्पित ट्रेनिंग एरिया में स्थापित की जाएगी।
एनेस्थीसिया और इमरजेंसी विभाग के चिकित्सकों, रेजिडेंट्स और नर्सिंग स्टाफ को आसानी से प्रशिक्षण मिल सके। जानकारी के अनुसार, निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 4.78 करोड़ रुपये है। सभी औपचारिकताओं के बाद यह सुविधा जल्द ही कार्यरत हो जाएगी।
यह प्रणाली मुख्य रूप से एनेस्थीसिया विभाग और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में उपयोग में लाई जाएगी। एनेस्थीसिया के दौरान सर्जरी में सुरक्षित इंट्यूबेशन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इमरजेंसी में दुर्घटना, ट्रामा, सांस रुकने, गले की सूजन या अन्य गंभीर स्थितियों में तुरंत और सटीक एयरवे मैनेजमेंट जीवन रक्षक सिद्ध होता है।
डिफिकल्ट एयरवे की अधिकांश चुनौतियां इन्हीं दोनों विभागों में सामने आती हैं, ऐसे में यह प्रणाली उनकी क्षमता को कई गुना बढ़ाएगी। यह एक पूर्ण ट्रॉली-आधारित सिम्युलेटर पैकेज होगा, जिसमें फ्लेक्सिबल ब्रोंकोस्कोप, कैमरा-गाइडेड टूल्स और अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर शामिल होंगे।
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