शिक्षा के क्षेत्र में नौनिहालों को बेहतर प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने के लिए उठाए जा रहे नए कदम : सीएम   

शिक्षा के क्षेत्र में नौनिहालों को बेहतर प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं। इस दिशा में राज्य में सभी 18,925 आंगनबाड़ी केंद्रों को ‘आंगनबाड़ी सह प्री-स्कूलों’ में बदला जाएगा

May 17, 2025 - 13:02
May 17, 2025 - 13:08
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शिक्षा के क्षेत्र में नौनिहालों को बेहतर प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने के लिए उठाए जा रहे नए कदम : सीएम   

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   17-05-2025

शिक्षा के क्षेत्र में नौनिहालों को बेहतर प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं। इस दिशा में राज्य में सभी 18,925 आंगनबाड़ी केंद्रों को ‘आंगनबाड़ी सह प्री-स्कूलों’ में बदला जाएगा। ये केंद्र तीन से छह वर्ष की आयु के बच्चों को खेलकूद आधारित प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करेंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इस आधारभूत शिक्षा को प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। 

हिमाचल प्रदेश में लैंगिक समानता और बाल्यकाल के समावेशी विकास की दिशा में वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा अनेक नवोन्मेषी कदम उठाए गए हैं। सरकार के इन प्रयासों के फलस्वरूप बाल लिंगानुपात में वृद्धि देखी गई है। सरकार के सतत् प्रयासों के फलस्वरूप गत दो वर्षों में बाल लिंगानुपात 947 से बढक़र 964 पहुंच गया है। 

आर्थिक परिस्थितियों के कारण वंचित परिवारों के लिए प्रदेश सरकार ने अनेक कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। इन्हीं में से एक योजना है ‘इंदिरा गांधी सुख सुरक्षा योजना’। इस योजना का उद्देश्य बीपीएल परिवारों में जन्म लेने वाली लड़कियों का भविष्य उज्ज्वल करना है। 

योजना के तहत प्रदेश सरकार द्वारा बीपीएल परिवार में जन्म लेने वाली प्रत्येक लडक़ी के जन्म के समय 25,000 रुपए की राशि बीमा कंपनी के पास जमा किए करवाई जाएगी। इस योजना में माता-पिता दोनों के लिए दो लाख रुपए का जीवन बीमा कवरेज भी शामिल है। 

योजना के तहत बीमा की मैच्योरिटी पर यह राशि बालिका को 18 वर्ष की आयु से 27 वर्ष की आयु तक उसकी इच्छानुसार प्रदान की जाएगी। सरकार की यह नई पहल बालिकाओं के कल्याण के लिए चलाई जा रही अन्य योजनाओं जैसे बेटी है अनमोल इत्यादि को संबल प्रदान करेगी।

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