हिमाचल में साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसेगी आई क्रैक लैब, साइबर अपराधों की जांच प्रकिया में आएगी तेजी
हिमाचल प्रदेश में अब साइबर अपराधी बच नहीं पाएंगे। ऐसे शारितों पर शिकंजा कसने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस साइबर फॉरेंसिक लैब (आई क्रैक) स्थापित कर दी गई

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 12-05-2025
हिमाचल प्रदेश में अब साइबर अपराधी बच नहीं पाएंगे। ऐसे शारितों पर शिकंजा कसने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस साइबर फॉरेंसिक लैब (आई क्रैक) स्थापित कर दी गई है। अपराध अन्वेषण विभाग की साइबर क्राइम विंग ने साइबर कमांडो मधु और अरविंद को आई क्रैक लैब का जिम्मा सौंपा गया है।
प्रदेश में यह लैब स्थापित होने के बाद साइबर अपराधों की जांच प्रकिया में तेजी आएगी। तकनीकी उपकरणों और विशेषज्ञों की मदद से अपराधी जल्दी पकड़े जाएंगे। साइबर कमांडो हेड कांस्टेबल मनु की अगुवाई में साइबर क्राइम रिस्पांस एंड मिटिगेशन सेंटर भी स्थापित कर दिया गया है।
यह सेंटर साइबर अपराधों को रोकने, उनका पता लगाने और उनसे निपटने के लिए सामूहिक प्रयास करेगा। इतना ही नहीं, साइबर अपराधों को लेकर यह केंद्र प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के रूप में भी काम करेगा।
साइबर अपराध से संबंधित शिकायतें दर्ज करना और उनका विश्लेषण करने का जिम्मा भी इस केंद्र को सौंपा गया है। इसके अलावा साइबर कमांडो हेड कांस्टेबल राम की अगुवाई में साइबर क्राइम एंड रिसर्च सेंटर भी स्थापित किया गया है। इस सेंटर को हिमाचल पुलिस के सभी कर्मियों को 10 दिन के बुनियादी प्रशिक्षण का जिम्मा सौंपने की तैयारी है।
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