आपदा के समय हिमाचल की कांग्रेस सरकार खो चुकी अपनी विश्वसनीयता : रणधीर

भाजपा मीडिया प्रभारी एवं विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि आपदा के समय भले नुकसान छोटा हो पर गरीबों के लिए नुकसान ज्यादा ही होता है। फील्ड स्टाफ का काम मौके पर जाना, नुकसान का जायजा लेना और फौरी राहत देना होता है पर जब तक एक विधायक फील्ड स्टाफ या पटवारी को फोन नहीं करता वह मौके पर नहीं जाते हैं, हम सरकार से निवेदन करते हैं कि आपदा के समय यह सभी प्रो एक्टिव होने चाहिए

Aug 23, 2025 - 19:16
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आपदा के समय हिमाचल की कांग्रेस सरकार खो चुकी अपनी विश्वसनीयता : रणधीर
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  23-08-2025
भाजपा मीडिया प्रभारी एवं विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि आपदा के समय भले नुकसान छोटा हो पर गरीबों के लिए नुकसान ज्यादा ही होता है। फील्ड स्टाफ का काम मौके पर जाना, नुकसान का जायजा लेना और फौरी राहत देना होता है पर जब तक एक विधायक फील्ड स्टाफ या पटवारी को फोन नहीं करता वह मौके पर नहीं जाते हैं, हम सरकार से निवेदन करते हैं कि आपदा के समय यह सभी प्रो एक्टिव होने चाहिए। रणधीर शर्मा ने सरकार की कार्य प्रणाली पर सवालिया चिन्ह उठाते हुए कहा आपदा के समय वर्तमान सरकार बचती दिखाई दी , उनके प्रतिनिधि कहते हैं कि बादल फटने का पता नहीं लगता। पर हम सरकार से सवाल करते हैं कि जुलाई, अगस्त और सितंबर में होने वाली बारिश का तो पता होता है ? 
आज से पहले सरकार ने कभी पूर्व एवं पूर्ण योजना पर काम किया ? यानी बरसात को लेकर किसी प्रकार की तैयारी बैठक का आयोजन किया गया और जैसे ही बरसात आई है तो भारी बाढ़ शुरू हो जाती है, इस बारे में चिंता करनी जरूरी है। रणधीर शर्मा ने कहा कि हम कमियां नहीं बताएंगे तो सुधार कैसे होगा। आलोचना तो व्यवस्था तो एक भाग है अगर अच्छी सरकार चलानी है तो निंदा करने वालों को साथ रखना चाहिए। आपदा के समय एक बात तो स्पष्ट रही की सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं है , शायद नुकसान विपक्ष के विधानसभा क्षेत्रों का हुआ है इसलिए सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई। 
आपदा के समय राजस्व विभाग का बड़ा रोल होता है और राजस्व मंत्री के बयान स्पष्ट करते हैं कि वह इस आपदा के समय गंभीर नहीं थे, साथ ही लोक निर्माण विभाग भी एक महत्वपूर्ण मंत्रालय है और संकट की घड़ी में विभाग मंत्री विक्रमादित्य ही आपदा के समय घूमने चले गए , हम पूछना चाहते हैं कि आपदा से महत्वपूर्ण कार्य क्या हो सकता है ? शर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार की विश्वसनीयता समाप्त हो गई है और सरकार पर बड़े प्रश्न चिन्ह खड़े हो गए हैं। भाजपा के समय ठेकेदार कहते थे की जेसीबी लगा दो टेंडर का इंतजार मत करो पैसे तो आ ही जाएंगे, पर वर्तमान कांग्रेस के सरकार के समय यह हालत हो गई है कि टेंडर लगने के बाद भी ठेकेदार काम नहीं कर रहे।  क्योंकि उनको अपने बिलों के भुगतान की चिंता है। 
विश्वसनीयता समाप्त होने का एक और उदाहरण है कि हिमाचल की जनता मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसे जमा नहीं करवा रही अपितु सीधा जाकर या नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के माध्यम से पीड़ितों को धनराशि प्राप्त करवा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार में चलती गुटबाजी को लेकर भी जनता को बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री की जिस मंत्री से नहीं बनती उसके विभाग को पैसा बजट प्रावधान में कटौती करने के बाद दिया जा रहा है, जिसकी वजह से आपका पीड़ितों को राहत पहुंचाने में कठिनाइयां आ रही है

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