आपदा प्रभावित परिवारों के सहयोग और आजीविका समर्थन की दिशा में जिला प्रशासन मंडी की संवेदनशील पहल

दीपावली के पावन अवसर पर जिला प्रशासन मंडी द्वारा आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता और आजीविका समर्थन के उद्देश्य से दीपावली मांडव हिम ईरा आजीविका मेला का आयोजन 15 से 19 अक्तूबर तक इंदिरा मार्केट, मंडी में किया जा रहा है

Oct 14, 2025 - 13:03
Oct 14, 2025 - 13:55
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आपदा प्रभावित परिवारों के सहयोग और आजीविका समर्थन की दिशा में जिला प्रशासन मंडी की संवेदनशील पहल

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी    14-10-2025

दीपावली के पावन अवसर पर जिला प्रशासन मंडी द्वारा आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता और आजीविका समर्थन के उद्देश्य से दीपावली मांडव हिम ईरा आजीविका मेला का आयोजन 15 से 19 अक्तूबर तक इंदिरा मार्केट, मंडी में किया जा रहा है। यह मेला जिला प्रशासन की उस संवेदनशील सोच का प्रतीक है, जो विकास के साथ-साथ मानवीय मूल्यों और सामाजिक पुनर्वास को भी समान महत्व देती है। 

इस पहल का उद्देश्य आपदा प्रभावित परिवारों को आर्थिक संबल प्रदान करना और उन्हें पुनः आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित करना है। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि 15 से 19 अक्तूबर तक मंडी इंदिरा मार्केट की छत पर मांडव हिम ईरा मेले का आयोजन किया जा रहा है। 

इस मेले में जिला के सभी 14 ब्लॉकों से विभिन्न स्वयं सहायता समूहों और कारीगरों के उत्पाद क्लस्टर लेवल फेडरेशन द्वारा लगाए गए स्टॉलों में प्रदर्शित और बेचे जाएंगे। उन्होंने कहा कि मंडी जिला का कोई भी कोना इस बार की त्रासदी से अछूता नहीं रहा है, जिससे लोगों की आमदनी पर गहरा प्रभाव पड़ा है। 

राज्य सरकार और जिला प्रशासन का निरंतर प्रयास रहता है कि लोगों की आजीविका को बढ़ाया जाए, और इसी दिशा में पूरे जिले की सहभागिता से इस मेले का आयोजन किया जा रहा है। अपूर्व देवगन ने बताया कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन और राज्य आजीविका मिशन के अंतर्गत इस मेले का आयोजन किया जा रहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों और कारीगरों के उत्पादों की बिक्री सुनिश्चित हो सके।

उन्होंने आम नागरिकों से आग्रह किया कि वे बड़ी संख्या में इस मेले में भाग लें, दीपावली की खरीदारी कर आपदा प्रभावित परिवारों को आर्थिक संबल  प्रदान करें। इस पहल में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, मंडी, तथा जिले के 260 स्वयं सहायता समूह  सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। 

सभी 14 विकास खंडों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों से क्लस्टर स्तरीय महासंघ  और महिला मंडलों की भागीदारी सुनिश्चित करें। मेले में आपदा प्रभावित परिवारों द्वारा निर्मित हस्तनिर्मित एवं स्थानीय उत्पादों की बिक्री की जाएगी। इससे इन परिवारों को न केवल आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि समाज की मुख्यधारा से पुनः जुड़ने का अवसर भी प्राप्त होगा। 

मेले में कुल 24 नि:शुल्क स्टॉल उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यहाँ शाल, पट्टू, पाइन नीडल उत्पाद, वॉल हैंगिंग्स, सीरा, बड़ीयां , घी, शहद तथा दीपावली विशेष मिष्ठान जैसे कोदरे के लड्डू और नारियल बर्फी प्रमुख आकर्षण होंगे।

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