मेयर, डिप्टी मेयर का कार्यकाल पांच साल करने पर सदन में हंगामा, कांग्रेस और भाजपा पार्षदों ने किया विरोध 

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा मेयर और डिप्टी मेयर का कार्यकाल ढाई साल से बढ़ाकर पाँच साल करने के फैसले पर शिमला नगर निगम की मासिक बैठक में जमकर हंगामा हुआ। बैठक के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के पार्षदों ने इस निर्णय का विरोध किया जिसके चलते कुछ देर के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित भी करना पड़ा। भाजपा पार्षदों ने एमसी हाउस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं कांग्रेस के भी करीब 1 दर्जन पार्षदों ने भी इस फैसले का विरोध किया

Oct 30, 2025 - 19:39
Oct 30, 2025 - 20:07
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मेयर, डिप्टी मेयर का कार्यकाल पांच साल करने पर सदन में हंगामा, कांग्रेस और भाजपा पार्षदों ने किया विरोध 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  30-10-2025

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा मेयर और डिप्टी मेयर का कार्यकाल ढाई साल से बढ़ाकर पाँच साल करने के फैसले पर शिमला नगर निगम की मासिक बैठक में जमकर हंगामा हुआ। बैठक के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के पार्षदों ने इस निर्णय का विरोध किया जिसके चलते कुछ देर के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित भी करना पड़ा। भाजपा पार्षदों ने एमसी हाउस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं कांग्रेस के भी करीब 1 दर्जन पार्षदों ने भी इस फैसले का विरोध किया। 
भाजपा पार्षदों ने इसे लोकतांत्रिक परंपराओं के विपरीत बताया और कांग्रेस सरकार पर महिला विरोधी होने के आरोप लगाए। नाभा वार्ड की कांग्रेस पार्षद सिमी नंदा ने कहा कि वह सरकार और पार्टी के साथ हैं, लेकिन नगर निगम में जो रोस्टर ढाई-ढाई साल के लिए तय किया गया था , उसे बरकरार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम सिर्फ इस फैसले के खिलाफ हैं क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की लाइन यही है कि सभी को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। 
गौरतलब है कि नगर निगम के 34 वार्ड में 21 पर महिला जीती है है ऐसे में रोस्टर के मुताबिक अब महिला पार्षद मेयर बननी थी लेकिन सरकार ने मेयर और डिप्टी मेयर का कार्यकाल पांच साल कर दिया है जिसका कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के पार्षदों ने विरोध किया है। 

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